विकास कुमार/ऋषभ चौहान।
मदन कौशिक का पांचवा चुनाव बहुत आसान नहीं था और अपनों के भीतरघात और व्यापारियों की नाराजगी से लग रहा था कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष की सीट फंसी हुई है। ऐसे में एक वरिष्ठ पत्रकार ने रिजल्ट आने से चंद दिनों पहले मदन कौशिक का चुनाव संभाल रहे विकास तिवारी से चर्चा में कहा कि मदन कौशिक जीते भी तो बहुत कम वोटों से जीतेंगे, लेकिन विकास तिवारी ने बड़े विश्वास से कहा कि हम कम से कम पंद्रह हजार वोटों से जीतने जा रहे हैं। चुनाव नतीजों ने विकास तिवारी के उस दावे को सच साबित कर दिया। मदन कौशिक जीते और मदन कौशिक की हार की तमाम संभावनाएं, कयास हवा साबित हुए।
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विकास तिवारी ने संभाले कई मोर्चे
वरिष्ठ पत्रकार सुमित सैनी बताते हैं कि मदन कौशिक के पास चुनाव लडने का बड़ा तर्जुबा है। लेकिन ये सारा अनुभव बिना टीम के कुछ नहीं है। ये मदन कौशिक जानते हैं और इसलिए उन्होंने हमेशा अपनी टीम में अनुभवी और नए चेहरों का समावेश किया। विकास तिवारी उनमें से ही एक हैं। विकास तिवारी पिछले काफी सालों से मदन कौशिक के साथ हैं और कई अहम जिम्मेदारियां विकास तिवारी ही निभाते आए हैं। इस चुनाव में मदन कौशिक ने कुछ नए चेहरों को आगे किया और विकास तिवारी को वॉर रुम में बिठाया। लेकिन जब हालात बिगडने लगे तो विकास तिवारी को सामने लाया गया और विकास तिवारी ने बहुत ही अच्छे तरीके से कांग्रेस के हमलों का जवाब दिया।
वरिष्ठ पत्रकार तनवीर अली बताते हैं कि विकास तिवारी चुनावी गणित और प्रबंधन को बहुत अच्छे से समझते हैं और ये सब उन्होंने अपने गुरु मदन कौशिक से ही सीखा है। विकास तिवारी जानते थे कि उत्तरी हरिद्वार सतपाल ब्रह्मचारी का गढ है और वहां से ज्यादा लीड मिली तो परेशानी खडी हो सकती है। इसीलिए मदन कौशिक की पूरी टीम उत्तरी हरिद्वार में सतपाल को घेरने में लग गई। सारी लडाई उत्तरी हरिद्वार में फोकस हो गई और इसमें विकास तिवारी भाजपा के मोर्चे पर सबसे आगे रहे। सब कुछ पूरी रणनीति के अनुसार हुआ और सतपाल अपने ही घर में फंस गए। विकास तिवारी के लडके सतपाल ब्रह्मचारी खेमे को ये सब्जबाग दिखाने में कामयाब रही कि उत्तरी हरिद्वार का किला मजबूत है। जबकि आखिरी के दिनों में जिस तरीके से मदन कौशिक की टीम जिसमें विकास तिवारी मुख्य भूमिका निभा रहे थे खेल किया, उससे काफी कुछ साफ हो गया था। यही कारण था कि विकास तिवारी सहित सभी नेता मदन कौशिक की जीत के प्रति आश्वस्त हो गए हैं।

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मेयर के लिए मजबूत हुआ दावा
वहीं अभी तक संगठन में अहम भूमिका निभा रहे विकास तिवारी का अगले साल होने वाले नगर निकाय चुनावों में मेयर पद के लिए दावा मजबूत हो गया है। अगर सीट सामान्य रहती है तो विकास तिवारी भाजपा के मेयर पद के उम्मीदवार हो सकते हैं।

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