पिटने के बाद भी बैकफुट पर मदन खेमा, विरोधी चार विधायक पहुंचे आश्रम, देखें वीडियो

चंद्रशेखर जोशी।
प्रेम नगर आश्रम की दीवार को लेकर हुए विवाद में भाजपा की अंदरूनी राजनीति गरमा गई है। काबीना मंत्री मदन कौशिक के विरोधी माने जाने वाले चार विधायक सीनियर कैबिनेट मिनिस्टर सतपाल महाराज के आश्रम उन्हें समर्थन देने पहुंच गए। साथ ही वहां घटना की निंदा करते हुए ​पूरी तरह से आश्रम के लोगों के साथ होने का आश्वासन भी दिया। इन चारों विधायकों में स्वामी यतीश्वरानंद, आदेश चौहान, संजय गुप्ता और सुरेश राठौर थे। इसके साथ ही जिलाध्यक्ष हरिद्वार जयपाल चौहान भी आश्रम पहुंचे।

सुरेश राठौर ने बताया कि जिस तरीके से दीवार तोडी गई वो ठीक नहीं है। अगर आश्रम के लोगों को बताया जाता तो इसका हल निकल सकता था। लेकिन जोर जबरदस्ती करना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि आश्रम के गेट के बाहर कूडा डाल दिया गया। नगर निगम और मेयर क्या साबित करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि देश भर में पीएम नरेंद्र मोदी स्वच्छता अभियान चला रहे हैं और हरिद्वार में एक संत के गेट के आगे कूडा डाल दिया गया। ये किसी भी सूरत में जायज नहीं ठहराया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हम चारों विधायक सतपाल महाराज को अपना समर्थन करते हैं और इस घटना की निंदा करते हैं। हालांकि जब उनसे पूछा गया कि क्या आप मेयर मनोज गर्ग को देखने पहुंचे तो उन्होंने इससे साफ इनकार कर दिया और समय की कमी होने की बात कहीं।
इसी तरह स्वामी यतीश्चरानंद ने कहा कि इस मामले को बैठ कर सुलझाया जाना चाहिए था। सतपाल महाराज सिर्फ एक नेता नहीं है वो एक प्रसिद्ध संत भी है। इसलिए उनका सम्मान किया जाना चाहिए था। लेकिन यहां नहीं किया गया, ये निंदनीय है।
वहीं दूसरी ओर मदन खेमा पिटने के बाद भी बैकफुट पर नजर आ रहा है। वहीं दूसरी ओर सतपाल महाराज के समर्थक आश्रम के बाहर धरने पर बैठ गए हैं और मेयर मनोज गर्ग से माफी की मांग पर अडे है। इसके अलावा आश्रम की ओर से मेयर और समर्थकों के खिलाफ थाने में तहरीर भी दे दी गई है। हालांकि अभी तक मेयर पक्ष की ओर से कोई तहरीर या शिकायत नहीं की गई है। इससे साफ लग रहा है कि पिटने के बाद भी मदन कौशिक खेमा बैकफुट पर है।

Share News
error: Content is protected !!