विकास कुमार/अतीक साबरी।
उत्तराखण्ड एसटीएफ ने हरिद्वार के भगवानपुर में छापामारी कर नकली दवाईयां बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जबकि पति और पत्नी फरार हैं जिनके घर में दवाईयों का निर्माण किया जा रहा था। वहीं मौके से बडे पैमाने पर एंटीबॉयोटिक और मल्टीविटामिन दवाईयों की खेप व मशीनी भी मिली हैं।
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खालिद के घर में श्रवण और रवि मिश्रा बना रहे थे नकली दवाईयां
एसटीएफ एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि थाना भगवानपुर क्षेत्रांगर्त डाडा जलालपुर गांव में नकली दवाईयों की फैक्ट्री में छापेमारी की कार्यवाही कर मौके पर अभियुक्त खालिद हुसैन पुत्र इकबाल के घर से नकली दवाओं की फैक्ट्री से बड़ी संख्या में नकली दवा बनाने वाली मशीनें, 3 नकली दवाईयों की पेटी कुल 3160 दवाइयां, नकली रैपर, कच्चा माल इत्यादि बरामद किया गया। जबकि मौके से दो आरोपी श्रवण कुमार पुत्र बद्री दास निवासी भगवानपुर तथा रवि मिश्रा पुत्र प्रदीप मिश्रा निवासी भगवानपुर को गिरफ्तार किया गया, जबकि मुख्य अभियुक्त खालिद व उसकी पत्नी शमा अंसारी घर से फरार चल रहे है।
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टायफायड और अन्य संक्रमण में प्रयोग होने वाली नकली एंटीबॉयोटिक हो रही थी तैयार
मौके से जिन दवाइयों को सीज किया गया है उनमें बडे पैमाने पर एंटीबायोटिक दवाईयां शामिल हैं जो मुख्य तौर पर टायफायड बुखार या फिर दूसरे संक्रमाणों में प्रयोग की जाती है। इनमें सेफेक्सिमीन और एजिथ्रोमाइसीन नाम की एंटीबायोटिक दवाईयां शामिल हैं। इसके अलावा मल्टी विटामिन दवाईयां भी बडी संख्या में तैयारी की जा रही थी।

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हरिद्वार बना नकली दवाईयां का गढ
इससे पहले भी एसटीएफ ने भगवानपुर में नकली दवा बनाने वाली कंपनियों का पर्दाफाश करते हुए कई आरोपियों को पकडा था। लगातार मामले भगवानपुर और आसपास के इलाकों से आ रहे हैं। इससे साफ है कि हरिद्वार का प्रशासन ओर ड्रग विभाग सही काम नहीं कर रहा है। एसटीएफ की रेड में नकली दवाईयों का पर्दाफाश हो रहा है।