विकास कुमार।
भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों से घिरे पूर्व आईएफएस अफसर किशनचंद ने जांच के घेरे से बचने के लिए पूर्व भाजपा विधायक के साथ मिलकर संत रवि दास अखाडा बनाने का ऐलान किया है। पूर्व भाजपा विधायक अखाडे के प्रमुख बने हैं तो विवादित अफसर किशनचंद को महामंत्री बनाया गया है। हरिद्वार के एक आश्रम में हुए कार्यक्रम में पूर्व भाजपा विधायक ने इसका ऐलान किया है।
किशन चंद हरिद्वार में लंबे समय तक डीएफओ पद पर तैनात रहे हैं। उन पर अपने पद का दुरुपयोग करने और अन्य भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप है। किशन चंद पहले हरीश रावत के खास हुआ करते थे और ज्वालापुर विधानसभा से कांग्रेस से अपनी पत्नी बृज रानी के लिए टिकट भी मांग रहे थे। टिकट ना मिलने पर उनकी पत्नी निर्दलीय लडी थी। controversial ifs officer kishanchand and former bjp mla suresh rathore make ravi daas akhara
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पहले कांग्रेस और फिर भाजपा में चले गए
वहीं विधानसभा चुनाव 2022 के समय किशन चंद ने अपनी पत्नी बृज रानी को फिर से कांग्रेस में भर्ती करा दिया लेकिन टिकट ना मिलने पर वो भाजपा में चले गए। भाजपा की नीतियों और विचारधारा में आस्था जताई। साथ ज्वालापुर से पूर्व विधायक सुरेश राठौर के साथ मिलकर दलित समाज की राजनीति की। इसी क्रम में आज किशन चंद और सुरेश राठौर ने आश्रम में संत रवि दास अखाडे बनाने का ऐलान कर दिया है।

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पहले संन्यासी अखाडे के महामंडलेश्वर बनाना चाहते थे सुरेश राठौर
विधायक रहते हुए सुरेश राठौर संत रविदास समाज के रविदासाचार्य बन गए और कथाएं करने लगे। कुंभ 2021 से पहले उन्होंने निरंजनी अखाडे से महामंडलेश्वर बनने का प्रयास किया। उनकी बात हो भी गई थी। लेकिन गृहस्थी होने के कारण उनका दूसरे अखाडों ने विरोध कर दिया और आखिरी वक्त में उनको महामंडलेश्वर बनाने का प्रस्ताव छोडना पडा।
अब उन्होंने अपना ही अखाडा बना दिया है और अन्य अखाडों के साथ कुंभ स्नान करने के बात कह रहे हैं। हालांकि इसमें अभी संतों की प्रतिक्रिया आनी बाकी है। फिलहाल इसके जरिए भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे अधिकारी किशनचंद अपनी राहत तलाश रहे हैं।