– हरिद्वार के संत की उज्जैन कुंभ में हो चुकी है मौत
– शिष्या का आरोप आश्रम में रहने नहीं दिया जा रहा
हरिद्वार। हरिद्वार के एक नामी संत और अग्नि अखाड़े के महामण्डलेश्वर की शिष्या ने संत पर गंभीर आरोप लगाए हैं। शिष्या का आरोप है कि उसके पेट में महामण्डलेश्वर का बच्चा पल रहा है। यही नहीं शिष्या ने संत से शादी किए जाने का भी दावा किया है। बता दें कि संत की करीब तीन माह पहले उज्जैन कुंभ में मौत हो गई थी। उस वक्त भी शिष्या संत के साथ ही कमरे में मौजूद थी।
शैव सम्प्रदाय के अग्नि अखाड़े के संत महामण्डलेश्वर रसानंद महाराज का आश्रम कनखल में है। रसानंद के साथ पिछले आठ साल से उनकी शिष्या तेजेंद्र कौर आश्रम में ही रह रही थी। संत के पास करोड़ों रुपए की प्रोपर्टी है, जिनमें से कई का विवाद भी चल रहा है। संत की उज्जैन कुंभ के पहले स्नान से ठीक पहले 21 अप्रैल को मौत हो गई थी। उस वक्त संत के साथ उनकी शिष्या भी मौजूद थी। तब ये बात सामने आई थी कि संत को जहर दिया गया है। हालांकि, अभी भी संत का विसरा जांच के लिए सुरक्षित रखा गया है। वहीं दूसरी ओर संत की मौत के बाद उनकी शिष्या तेजेंद्र कौर ने खुद को संत की विधवा बीवी बताते हुए अपने पेट में संत का बच्चा होने का दावा किया है। हरिद्वार के प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता में शिष्या तेजेंदर कौर ने पत्रकारों को बताया कि वो बच्चे का डीएनए टेस्ट कराने को तैयार हैं। बच्चा पैदा होने पर डीएनए टेस्ट कराएंगी। उन्होंने कहा कि रसानंद महाराज की संपत्ति खुर्द-बुर्द की जा रही है। संत की मौत के बाद अग्नि अखाड़े ने महामण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी को आश्रम की जिम्मेदारी संभालने का जिम्मा सौंपा है। शिष्या ने आरोप लगाया कि उन्हें आश्रम में जाने नहीं दिया जा रहा है। आश्रम में उनका कमरा उनकी अनुपस्थिति के बगैर ही खोला गया है। जबकि मैंने इस बारे में पहले ही अग्नि अखाड़े के संत कैलाशानंद ब्रह्मचारी को बता दिया था। मेरे कई सारे कीमती सामान भी लापता है। मैं लगातार आश्रम में जाने का प्रयास कर रही हूं। लेकिन मुझे रोक दिया जाता है। ये मेरे साथ अन्याय है। मुझे मेरा हक चाहिए और इस हक के लिए मैं लड़ाई लड़ रही हूं। उन्होंने कहा कि सच्चाई सामने आने से रोकने के लिए मुझे मारा भी जा सकता है।
