K.D.
हरिद्वार के पूर्व पालिकाध्यक्ष एवं कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे पारस कुमार जैन के पुत्र तोष जैन व उसके परिवार की जान पर मंडरा रहे खतरे ने एक बार फिर से वेस्ट यूपी के कुख्यातों के खौफ की याद ताजा कर दी है। बेशकीमती भूमि पर अवैध कब्जे से लेकर विवादित भूमि के प्रकरण सुलझाने में वेस्ट यूपी के कुख्यातों का ही दखल रहा है।
इस बार फिर से भूमि से जुड़े प्रकरण को लेकर कांग्रेसी नेता को गोलियों से भून देने की धमकी दी गई है। गौर करने वाली बात यह है कि हरिद्वार पुलिस अब कांग्रेसी नेता को मिली धमकी को लेकर कितनी गंभीर है, यह पुलिसिया एक्शन पर ही साफ साफ दिखाई देगा। हालांकि अभी तक हरिद्वार पुलिस की सुस्ती टूटती नहीं दिखाई दे रही है। हरिद्वार में वेस्ट यूपी के कुख्यातों की जड़े काफी गहरी है। अब तक कुख्यातों के इशारे पर ही शहर में कई हत्याकांडों को अंजाम दिया जा चुका है।
हर हत्याकांड के पीछे की वजह कारोबार, रंगदारी या भूमि विवाद ही रहा है क्योंकि किसी कुख्यात की रंजिश यहां के वाशिंदों से होने का मतलब ही नहीं है।अभी कुछ समय से सबकुछ शांत चल रहा था लेकिन अब फिर से हरिद्वार की शांत फिजा में खौफ तैरने लगा है।
इस बार खौफ का नाम यशपाल तोमर है, यदि यशपाल तोमर के कदम हरिद्वार पुलिस ने नहीं रोके तो कुख्यात सुनील राठी, संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा, प्रवीण वाल्मीकि की तरह यह भी बड़ा सिरदर्द बनकर उभरेगा। दुस्साहस का अंदाजा इसीसे लगाया जा सकता है कि यशपाल तोमर यहां अपने हथियारबंद गुर्गों के साथ पहुंचकर कांग्रेसी नेता के घर घुसकर तक डराता धमकाता है और आसानी से वापस निकल भी जाता है यानि की उसे हरिद्वार पुलिस का खौफ रत्ती भर भी नहीं है। अगर यही आलम रहा तो कांग्रेसी नेता एवं उसके परिवार के साथ अनहोनी की घटना होने की बात से इंकार नहीं कर सकते है। अगर भविष्य में ऐसा कुछ होता है तो निश्चित तौर पर हरिद्वार पुलिस ही उसकी जिम्मेदारी होगी क्योंकि नामजद आरोपित यशपाल अभी तक खुलेआम ही घूम रहा है।