रतनमणी डोभाल। Uttarakhand Vigilance
ईमानदारी का ढिंढोरा पीटने वाले जिला पंचायती राज अधिकारी रमेश चंद्र त्रिपाठी को आखिरकार एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों दबोच लिया गया। उत्तराखण्ड विजिलेंस ने ये कार्रवाई रुद्रपुर में की है, जहां त्रिपाठी जिला पंचायती राज अधिकारी के तौर पर तैनात थे। स्मार्ट बाजार रुद्रपुर की पार्किंग में श्किायतकर्ता से एक लाख रुपए का चढावा लेते हुए माननयी त्रिपाठीजी गिरफ्तार कर लिए गए। त्रिपाठी ने बिल पास करने के एवज में ठेकेदार से ये पैसे मांगे थे। Uttarakhand Vigilance
घर से बरामद हुए बीस लाख रुपए Uttarakhand Vigilance
उत्तराखण्ड विजिलेंस के अनुसार पीडित ने शिकायत की थी कि उसके द्वारा की गई उपकरणों की सप्लाई / कार्यो के भुगतान के एवज में जिला पंचायत राज अधिकारी रमेश चन्द्र त्रिपाठी द्वारा एक लाख रूपये की रिश्वत की मांग की जा रही है । शिकायतकर्ता ने विजिलेन्स कार्यालय में भी प्रार्थना-पत्र दिया । शिकायतकर्ता की शिकायत की जांच कराने पर शिकायत सही पाये जाने पर निरीक्षक ललिता पाण्डे के नेतृत्व में ट्रैप टीम का गठन किया गया ।
ट्रैप टीम द्वारा रमेश चन्द्र त्रिपाठी, जिला पंचायत राज अधिकारी, रूद्रपुर को शिकायतकर्ता से एक लाख रूपये की रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। ट्रैप टीम में ट्रैप प्रभारी ललिता पाण्डे के अतिरिक्त निरीक्षक मनोहर सिंह दसौनी, निरीक्षक विनोद कुमार यादव, निरीक्षक हेम चन्द्र पाण्डे, हे०कां० जगदीश सिंह बोहरा, कानि0 नवीन कुमार एवं कानि0 गिरीश चन्द्र जोशी शामिल रहे । गिरफ्तार अभियुक्त के घर की तलाशी में 20 लाख रूपये से ज्यादा बरामद हुये है। उत्तराखण्ड विजीलेन्स की अब तक की सबसे बड़ी कार्यवाई है।
