रतनमणी डोभाल।
हरकी पैडी क्षेत्र में सीवर बहने से श्रद्धालुओं के साथ—साथ आम लोग परेशान हैं। नाई सोता घाट पर श्रद्धालु सीवर युक्त गंगा जल का आचमन कर रहे हैं। चार दिन से यह स्थिति बनी हुई है। सीवर की लाइन क्षतिग्रस्त है जिस कारण सीवर और गंगा दोनों नाले के अंदर हैं। इसको देखकर ना पुरोहितों और ना ही अन्य धर्मगुरुओं को कुछ दिख रहा है और ना सरकारी सिस्टम की नींद टूट रही है।
हर की पैड़ी क्षेत्र विकास एवं सुंदरीकरण पर केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भारत पेट्रोलियम कंपनी के सीएसआर फंड से 35 करोड़ रुपए खर्च करा रहे हैं। उस क्षेत्र की हालत देख कर वह खुद कह रहे हैं कि सिस्टम ने उनके ड्रीम प्रोजेक्ट को पलीता लगा दिया है और कि धन की बंदरबांट की जी रही है। सीटिंग कैपिसिटी बढ़ाने का काम तो हो ही नहीं रहा है और पुराने पत्थर उखाड़ कर नए लगाकर करोड़ों रुपए ठिकाने लगाएं जा रहे हैं। इसके बाद किसी और के लिए कुछ कहने को बचता नहीं है।
सुंदरीकरण योजना के इस काम से मेलाधिकारी दीपक रावत यह कह कर पहले ही हाथ खड़े कर चुके हैं कि यह काम कुंभ योजना का नहीं है। उन्होंने गेंद जिलाधिकारी के पाले में फेंक रखी है।
जिस सुंदरीकरण योजना पर 35 करोड़ खर्च किए जा रहे हैं उसका सूरत अतिक्रमण ने बिगाड़ रखी है। अतिक्रमण हटाए बिना कितना सोने की ईंटें भी लगा दो तो भी कुछ नहीं होने वाला है। राजनीतिक संरक्षण वाले अतिक्रमण को हटाने के लिए सिस्टम में इच्छाशक्ति होनी चाहिए जो नहीं है।
पुराने लंढौरा हाउस के मंदिरों की दीवारों को छोड़ कर अवैध रूप दुकानों का निर्माण किया गया है। समाजवादी नेता एवं स्वतंत्रता सेनानी राममनोहर लोहिया मार्ग तक को गायब कर दिया गया है और शिलापट्ट को अवैध दुकान की दीवार के अंदर सटा दिया गया है। लोहिया मार्ग को लंढौरा हाउस और जाहन्वी बाजार दोनों ओर से अतिक्रमण कर इतना संकरा कर दिया गया है कि आपात स्थिति में घाट तक एंबुलेंस भी नहीं जा सकती है। इस मार्ग पर हर समय कीचड़ रहता है।
Average Rating