विकास कुमार।
कुंभ मेला हरिद्वार के 11 मार्च को होने जा रहे हैं पहले शाही स्नान में ड्यूटी करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को स्नान के 5 दिन के बाद अनिवार्य तौर पर rt-pcr कोरोना टेस्ट कराना होगा। जो कर्मचारी अपना rt-pcr नहीं कराएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पहले शाही स्नान के लिए आयोजित बैठक में जिलाधिकारी ने ये बात कही। उन्होंने कहा कि प्रत्येक स्नान के बाद ड्यूटी में लगे सभी अफसर और कर्मचारियों को कोरोना टेस्ट कराना होगा।
वहीं मेला पुलिस, जिला प्रशासन व मेला प्रशासन की संयुक्त बैठक में कुंभ मेला आईजी संजय गुंज्याल ने अफसरों को बेहतर तालमेल से काम करने का पाठ पढ़ाया। वहीं जिलाधिकारी हरिद्वार सी रविशंकर ने हर सेक्टर में विभागों के अफसरों और सेक्टर मजिस्ट्रेट को क्विक रेस्पॉन्स टीम बनाने के निर्देश दिए। ताकि किसी भी परिस्थिति में कोई दिक्कत आने पर पर तुरंत एक्शन लिया जा सके। वही स्नान के दौरान कोरोना जांच के लिए 70 से अधिक टीमें लगाई जाएंगी। जो थर्मल स्क्रीनिंग के साथ-साथ कोरोना की जांच भी करेंगे। हालांकि अभी तक कुंभ का नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ है लेकिन पहला शाही स्नान कुंभ मेला प्रशासन मेला पुलिस और जिला प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है।
–—--मेला कंट्रोल रूम में बनेगा वॉर रूम
आईजी संजय गुंज्याल ने कहा कि मेंला कंट्रोल रूम में एक वॉर रूम बनाया जाए, जिसमे हर विभाग का एक-एक सक्षम अधिकारी स्नान के दौरान मौजूद रहे। ताकि किसी भी विभाग से समस्या के आने पर तत्काल उसके निराकरण की प्रभावी कार्यवाही की जा सके। घाटों पर पूजा पाठ, प्लास्टिक कैन बिक्री, भिक्षावर्ति पूरी तरह से बन्द करा दी जाए। शाही स्नान पर शटल बस सर्विस चलाने के लिये रोडवेज की 100 बसें मिलेंगी। आप सभी अपने सेक्टर में आवश्यकता अनुसार उनकी डिमांड करें। 9 मार्च से पहले सेक्टर मजिस्ट्रेट और सेक्टर पुलिस ऑफिसर साथ जाकर एक बार पुनः पूरा शाही स्नान का रूट देख लें और जो भी व्यवस्था करवानी हो वो तत्काल करा लें। बैठक में दीपक रावत ने भी अपने विचार रखे।