Sanjiv Jiva murder case संजीव जीवा हरिद्वार में जीवा ने भार​तेंदू हांडा, चौधरी हरवीर और अमित दीक्षित हत्याकांड को अंजाम दिया सुभाष सैनी और बसपा नेता कृष्ण मुरारी पर हमले

संजीव जीवा ने हांडा से लेकर गोल्डी हत्याकांड कर दहलाया था हरिद्वार, कौन थे जीवा के खास


केडी।
संजीव जीवा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुख्यात बदमाश संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा उर्फ डॉक्टर ने हरिद्वार में कई हत्याकांड को अंजाम दे चुका था। हरिद्वार में जीवा ने भार​तेंदू हांडा, चौधरी हरवीर और अमित दीक्षित हत्याकांड को अंजाम दिया। संजीव जीवा

इसके अलावा सुभाष सैनी और बसपा नेता व ट्रैवल व्यवसायी कृष्ण मुरारी पर भी कई बार जानलेवे हमले किए। इसके अलावा संजीव जीवा हरिद्वार में रंगदारी और जमीनों पर कब्जे से लेकर ट्रैवल व्यवसाय में घुसा हुआ था जिसके हरिद्वार में आधा दर्ज से अधिक गुर्गे और खास मुखिबर रहे हैं।

क्या था हांडा, चौधरी हरवीर और गोल्डी हत्याकांड
संजीव जीवा का नाम कांग्रेस नेता भारतेंदू हांडा की 2002 में की गई हत्या में आया। पार्किंग के ठेके के लेकर हांडा की हत्या की गई थी। हालांकि तब ये सामने आया था कि हांडा ने जीवा की बात मान कर पैसा पहुंचा दिया था लेकिन बिचौलियो ने पैसा जीवा तक नहीं पहुंचाया और जीवा ने हांडा की गोली मारकर हत्या करवा दी।

संजीव जीवा हरिद्वार में जीवा ने भार​तेंदू हांडा, चौधरी हरवीर और अमित दीक्षित हत्याकांड को अंजाम दिया सुभाष सैनी और बसपा नेता कृष्ण मुरारी पर हमले
संजीव जीवा हरिद्वार में जीवा ने भार​तेंदू हांडा, चौधरी हरवीर और अमित दीक्षित हत्याकांड को अंजाम दिया सुभाष सैनी और बसपा नेता कृष्ण मुरारी पर हमले


जबकि 2007 में ट्रैवल कारोबारी चौधरी हरवीर ​की हत्या ट्रैवल व्यवसाय पर कब्जा करने के लिए की गई। जीवा ने पार्किंग ठेकों, ट्रैवल कारोबार पर पूरी तरह अपना वर्चस्व कायम कर लिया था। इसके बाद उसने रंगदारी और जमीनों पर कब्जे करने का काम शुरु किया।


प्रोपर्टी कारोबारी सुभाष सैनी से हाईवे स्थित होटल गंगा रिवेरा के पास पडी जमीन पर विवाद रहा। सुभाष सैनी पर कई हमले हुए और सुभाष सैनी के चक्कर में निर्मला छावनी के रहने वाले कंबल कारोबारी अमित दीक्षित उर्फ गोल्डी की गोली मारकर हत्या कर दी। इसमें भी जीवा का नाम सामने आया।

बसपा नेता पर हुआ जानलेवा हमला
वहीं हरिद्वार के बसपा नेता और टैवल व्यवसायी कृष्ण मुरारी निवासी कनखल पर भी जानलेवा हमला हुआ। लेकिन वो बच गए लेकिन दोबारा अपने पैरों पर नहीं चल सके। जीवा का खौफ हरिद्वार में इतना रहा कि लोग जीवा से बचने के लिए दूसरे नेताओं और बिचौलियों पर मांडवाली कराने के लिए जाने लगे। इसका फायदा बिचौलियों ने भी खूब उठाया और अब तक जीवा हरिद्वार से रंगदारी उठा रहा था।

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​ब्रह्मदत्त द्विवेदी हत्याकांड में नाजिम के साथ नाम आया सामने
हरिद्वार के दूसरे कुख्यात बदमाश नाजिम सलमानी के साथ संजीवा जीवा का नाम तब के बडे नेता ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या में सामने आया था। हालांकि जांच में नाजिम सलमानी को क्लीन चिट मिली। उधर, मुख्तार अंसारी और मुन्ना बजरंगी का खास होने के कारण मुख्तार के दुष्मन भाजपा नेता कृष्णानंद राय की हत्या में जीवा का नाम आया।

जीवा पर दो दर्जन से अधिक मुकदमें चल रहे थे। जीवा के जाने से जहां मुख्तार का एक और शूटर ढेर हो गया वहीं हरिद्वार के व्यापारियों को बडी राहत मिली है। हरिद्वार में जीवा के खास निक्की और विक्की ठाकुर थे, जो गोल्डी हत्याकांड में जेल में गए थे और बाहर आकर उन्होंने अपना साम्राज्य स्थापित कर लिया है।

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