कुणाल दरगन।
उत्तराखण्ड में करोड़ों रूपए के छात्रवृत्ति घोटाले का पर्दाफाश करने वाले दलित आरटीआई कार्यकर्ता पंकज लांबा की मौत की पहले को पुलिस ने सुलझाने का दावा किया है। पुलिस का दावा है कि पंकज की मौत किसी षड़यंत्र का हिस्सा नहीं था बल्कि उसकी मौत नाबालिग लड़की के हाथ गोली चलने के कारण हुई थी। पुलिस ने पहले इस मामले में पंकज लांबा की पत्नी के तहरीर के आधार पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया था, लेकिन अब पुलिस ने मुकदमे को गैर इरादतन हत्या में तरमीम कर दिया है और बाल अपचारी नाबालिग बहनों सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से तीन किशोर हैं और इन्हें किशोर न्याय बोर्ड के सामने पेश किया जाएगा, वहीं एक अन्य आरोपी को कोर्ट में पेश किया जा रहा है।
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क्या हुआ था घटना वाले दिन कमरे में
रानीपुर थाना प्रभारी योगेश देव ने बताया कि दलित आरटीआई कार्यकर्ता का मकान टिहरी विस्थापित काॅलोनी में बन रहा है। घटना की रात पंकज लांबा अपने दोस्त कासिम के साथ अपने प्लाट पर गया था, जहां पंकज को उनका नाबालिग परिचित मिला। वहीं तीनों ने शराब पीने का प्लान बनाया और इस बीच किशोर के बाद नाबालिग लडकी का फोन आया और आरोपी किशोर ने पंकज लांबा और कासिम को भी लडकी के कमरे पर लाने की इजाजत ले ली। इसके बाद तीनों लडकी के कमरे में पहुंचे और वहां शराब पार्टी शुरू हुई। इसी बीच मकान में रहने वाली नाबालिग बहनें भी उस कमरे में आ गई जहां शराब पार्टी चल रही थी। इसी बीच पंकज लांबा ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल को खाली करके लडकी को दे दिया। चूंकि पिस्टल के चैंबर में गोली थी और लडकी ने जैसे ही ट्रिगर चलाया, गोली सीधे पंकज लांबा की गर्दन में जा लगी। इससे पंकज लांबा मौके पर ढेर हो गई और उन्हें बाद में अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि ये मामला गैर इरादतन हत्या का है और इस मामले दोनों नाबालिग बहनों, आरोपी किशोर व कासिम को गिरफ्तार कर लिया गया है।
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दिल्ली की रहने वाली है दोनों नाबालिग बहनें
जिन नाबालिग बहनों को पंकज लांबा की मौत के मामले में गिरफ्तार किया गया है। वो दोनों दिल्ली की रहने वाली है और उनके पिता ने दूसरे शादी कर ली थी और उन्हें हरिद्वार में दो छोटे भाईयों के साथ हरिद्वार में किराए के मकान पर छोड रखा था। चारों भाई बहन टिहरी विस्थापित काॅलोनी में किराए के मकान में चार महीने से रह रह रहे थे। इसी दौरान सबसे बडी 16 साल की लडकी की दोस्ती पड़ोस में ही रहने वाले एक अन्य नाबालिग युवक से हो गई थी और इसी दोस्ती के चक्कर में लडकी ने पंकज लांबा और कासिम को किशोर के साथ उसके कमरे पर आने की इजाजत दे दी। इसके बाद जो हुआ वो सबके सामने हैं।