IMG 20201205 190153

चिकन-शराब पार्टी और किशोरी के हाथ से चली गोली, साजिश या हादसा, क्या चल रहा था कमरे में


कुणाल दरगन।
करोड़ों के छात्रवृत्ति घोटाले का पर्दाफाश करने वाले आरटीआई कार्यकर्ता और दलित नेता पंकज लांबा की गोली लगने से मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। सबसे बड़ा सवाल कि आखिर 50 साल के पंकज लांबा किराए पर रह रही दो किशोरियों के कमरे पर शराब पार्टी में क्यों चले गए और किसने पंकज लांबा को वहां बुलाया और कैसे पकंज लांबा ने अपनी सुरक्षा के लिए मिली पिस्टल किशोरी के हाथ में दे दी और किशोरी के हाथ से खेलते हुए गोली सीधे पकंज लांबा की गर्दन पर जा लगी। क्या ये महज एक हादसा है या फिर कोई बडी साजिश, क्योंकि पकंज लांबा अपनी जान का खतरा पहले बता चुके थे। वहीं पुलिस ने वारदात की गंभीरता को देखते हुए फोरेंसिंक और बेलेस्टिक एक्सपर्ट की मदद ली। हालांकि पुलिस की शुरूआती जांच हादसे की ओर इशारा कर रही है लेकिन पुलिस के आला अफसर अभी जांच पूरी होने का इंतजार कर रहे हैं।

IMG 20201205 WA0001
file photo

——
दिल्ली से आया थी बहनें
जिस 16 साल की किशोरी के हाथ से गोली चली, उनकी कहानी भी बड़ी दर्दनाक है। असल में दो छोटे भाईयों के साथ टिहरी विस्थापित काॅलोनी में रह रही दोनों बहने नाबालिग हैं और उनके पिता जो दिल्ली के शास्त्री नगर के रहने वाले हैं उन्हें यहां चार महीने पहले छोड गए थे। कारण उनके पिता ने उनकी माता के देहांत के बाद दूसरी शादी कर ली थी और बच्चों को वो हरिद्वार रहने छोड गए थे। यहां चारों किराए के एक मकान में रह रहे थे। हालांकि उनके पिता और अन्य रिश्तेदार सप्ताह में यहां दो दिन रहने आते थे।

—–
पंकज लांबा से परिचित की किशेारी की मुलाकात कैसे हुई
वहीं पंकज लांबा का एक परिचित 18 साल का मानव जो टिहरी विस्थापित काॅलोनी में ही रहता है, उसकी जान पहचान 16 साल की किशोरी से हो गई। इसी बीच मानव ने ही पंकज लांबा को किशोरी के घर पर दावत करने के लिए बुलाया था। पंकज लांबा ने दावत के लिए चिकन अपने घर से ही बनवाया और शुक्रवार रात पंकज अपने एक तीसरे मित्र कासिम के साथ मिलकर किशोरी के कमरे पर पहुंचे। बताया जा रहा है कि यहां तीनों शराब पी रहे थे और कमरे में दोनों बहने भी मौजूद थी।

——
किशोरी को अपनी पिस्टल दी
वहीं पंकज लांबा ने 16 साल की किशोरी को अपनी पिस्टल दे दी। हालांकि पंकज ने पिस्टल खाली कर दी थी लेकिन शायद वो चैंबर में बची गोली को निकालना भूल गए और जैसे ही किशोरी ने ट्रिगर दबाया गोली सीधे पंकज के गले में जा लगी। पंकज वही लहुलूहान होकर गिर गए और उन्हें बाद में अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।

—-
क्या कहती है पुलिस
थाना प्रभारी योगेश देव ने बताया कि कमरे से शराब की बोतल, चिकन, ग्लास और प्लेट मिली हैं। इससे तो साफ है कि वहां शराब पी जा रही थी। फोरेंसिंक और बेलेस्टिक एक्सपर्ट को बुलाया गया है। फिलहाल दोनों किशोरियों और मानव व कासिम के बयान दर्ज कर लिए गए हैं और अभी फोरेंसिंक रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है। इसके बाद ही पूरी कहानी से पर्दा उठ पाएगा।

—–
कौन थे पकंज लांबा
यूपी के गांव मछरी थाना दौराला जिला मेरठ निवासी आरटीआई कार्यकर्ता पंकज लांबा पिछले कई वर्ष से हरिद्वार में रह रहे थे। वर्ष 2012-13 से 2015-16 के बीच हुए अनुसूचित जाति-जनजाति छात्रवृत्ति घोटाले का पर्दाफाश उन्होंने ही किया था। पहले उन्होंने सरकारों से इसकी जांच की मांग की लेकिन जब कोई जांच नहीं हुई तो उन्होंने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया जिसके बाद हाईकोर्ट ने उनकी याचिका पर एसआइटी गठित करने के निर्देश दिए। 2018 में इस मामले में पहली एफआईआर हुई और इसके बाद से ही प्रदेश में शिक्षण संस्थानों के मालिकों और संचालकों की गिरफ्तारी का दौर चल रहा है। इसमें समाज कल्याण विभाग के अधिकारी भी सलाखों के पीछे पहुंच चुके हैं।

परिजनों ने लगाया साजिश का आरोप
वहीं पंकज लांबा के परिजनों ने पूरे घटनाक्रम को साजिश बताया है। साथ ही परिजनों ने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। पंकज लांबा के परिजनों का आरोप है कि ये काम खनन माफियाओं की साजिश है। वहीं पुलिस ने इन आरोपों पर अभी कुछ नहीं कहा है।

Share News