Gangster Yashpal Tomar close criminal property sealed by Uttarakhand STF

एक पुलिस कप्तान ने गैंगस्टर यशपाल से पूरी शिददत से निभाई दोस्ती, ऐसी की थी मदद

K.D.
हरिद्वार, फर्जी मुकदमे दर्ज करवाकर अकूत संपत्ति अर्जित करने वाले वेस्ट यूपी के भू—माफिया एवं गैंगस्टर यशपाल तोमर से हरिद्वार में तैनात रहे एक पुलिस कप्तान ने यारी पूरी शिददत के साथ निभाई। हरिद्वार में बेशकीमती भूमि से जुड़ा एक मुकदमा थाना बहादराबाद में दर्ज कराकर करोड़ों की डील की गई। यही नहीं पौड़ी जिले की कुर्सी संभालने के बाद पुलिस कप्तान के इशारे पर लक्ष्मण झूला थाने में रेप एवं हत्या के प्रयास के दो मुकदमें दर्ज किए गए। बड़ा सवाल यह है कि गैंगस्टर को संरक्षण देने वाले आईपीएस के खिलाफ क्या राज्य सरकार एक्शन लेगी या फिर मामला ठंडे बस्ते में चला जाएगा।


वेस्ट यूपी के सामान्य परिवार से ताल्लुक रखने वाले यशपाल तोमर ने भू माफिया बनने का सफर यूं ही नहीं तय किया। खाकी, खादी के अलावा उसने प्रशासनिक सेवाओं से जुड़े अधिकारियों का दामन थामकर या उन्हें अपना साझेदार बनाकर वह अपनी मनमर्जी करता रहा। यह बात एसटीएफ की पड़ताल में शीशे की तरह साफ हो चुकी है वह संगीन से संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज करवाकर अपने टॉरगेट को जेल पहुंचाने की कुव्वत रखता था, इसमें उसका साथ उसके करीबी पुलिस अफसर देते थे।
वैसे तो कई राज्यों में यशपाल का मकड़जाल फैला हुआ है लेकिन हरिद्वार में तैनात एक पुलिस कप्तान से यारी के खूब चर्चे रहे। पुलिस कप्तान से उसकी करीबी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अवैध संपत्तियां अर्जित करने के मास्टर माइंड ने बहादराबाद थाना क्षेत्र में दिल्ली हाईवे से सटी एक सोसायटी का विवाद चुटकियों में सुलझाकर करोड़ों के वारे न्यारे किए। उसके इशारे पर हत्या के प्रयास का मुकदमा दिल्ली के एक प्रॉपर्टी डीलर पर दर्ज कराकर उसे जेल भेजा गया, उसके बाद मामला दबाव बनने पर तुरंत सुलट गया।
यही नहीं बाद में जब पुलिस कप्तान का तबादला हुआ तब नए पुलिस कप्तान के कार्यकाल में उस झूठे मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगाई गई लेकिन तब तक यशपाल अपना कार्य कर चुका था। यही पुलिस कप्तान जब पौड़ी जिले में रहा तब यशपाल ने लक्ष्मण झूला में एक संत के खिलाफ रेप एवं ग्रेटर नोएडा के चिटहैरा भूमि घोटाले में उस वक्त राह का रोड़ा बन रहे किसानों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कराकर संपत्तियां अर्जित की थी। उक्त पुलिस कप्तान रहा आईपीएस अब प्रमोशन पा चुका है और फिलहाल साइड पोस्टिंग में है। पर, यशपाल के काले कारनामों में पुलिस कप्तान की मिलीभगत की भी जांच होनी चाहिए, जिससे की दूध का दूध पानी का पानी हो सकें।

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आईपीएस की मां पर दर्ज हुआ है मुकदमा
हरिद्वार, भू माफिया के करीबी दोस्त आईपीएस अफसर की मां के नाम ग्रेटर नोएडा में हाल फिलहाल में एफआईआर दर्ज हुई है। यह एफआईआर ग्रेटर नोएडा के चर्चित चिटहैरा भू घोटाले में हुई है। आईपीएस के अलावा राज्य के दो नौकरशाहों के परिजन भी इस मुदकमें में नामजद है।

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