चंद्रशेखर जोशी।
जिला पंचायत की बोर्ड बैठक में हाल ही में निलंबित हुए उपाध्यक्ष राव आफाक अली के बैठक में पहुंचने को लेकर पंचायत अध्यक्ष सुभाष वर्मा और बसपा के सदस्यों ने विरोध किया, जिस पर हंगामा हो गया। वहीं राव आफाक अली ने कहा कि मैं सिर्फ निलंबित हुआ जबकि आप बर्खास्त हो और किसी में हिम्मत नहीं है जो मुझे यहां से बाहर भेज दे। बसपा और भाजपा के सदस्यों के प्रयास के बाद भी राव आफाक अली टस से मस नहीं हुए और अपनी कुर्सी डटे रहे और उनके समर्थन में कांग्रेस के सदस्यों ने मोर्चा संभाला और बसपा के निलंबित सदस्यों को आपे से बाहर ना होने के लिए कहा। वहीं भाजपा विधायक देशराज कर्णवाल और सुभाष वर्मा ने बीच बचाव कर किसी तरह मामले को शांत किया।
राव आफाक की ओर से कांग्रेस के जिला पंचायत सदस्य नसीम अंसारी बोले जबकि विजेंद्र चौधरी की ओर से बसपा के ही मुकर्रम अंसारी हमलावर हो गए।
कांग्रेस नेता राव आफाक ने बताया कि उन्हें निलंबित किया गया है लेकिन उनको बैठक में भाग लेने से कोई नहीं रोक सकता है। उन्होंने कहा कि अगर पंचायत अध्यक्ष या कोई अफसर मुझे लिखित में देता तो मैं वहां से चला जाता। किसी की गुंडागर्दी से हम ना तो डरे हैं और ना ही डरने वाले हैं। उन्होंने कहा कि मैं राजपूत हूं और किसी को अपनी ताकत आजमानी है तो उसे माकूल जवाब दिया जाएगा। वहीं जिला पंचायत अध्यक्ष सुभाष वर्मा ने कहा कि निलंबित सदस्य को बैठक में भाग लेने का अधिकार नही है। वहीं भाजपा विधायक देशराज कर्णवाल ने कहा कि बैठक में विवाद हुआ था लेकिन बीच बचाव कर मामले को शांत कर दिया गया।
