चंद्रशेखर जोशी।
हरिद्वार महाकुंभ मेले 2021 के लिए राज्य सरकार ने भी एसओपी जारी कर दी है, जिसमें कोरोना की 72 घंटे पहले की आरटीपीसीआर जांच को अनिवार्य कर दिया गया है। यही नहीं उन्हीं श्रद्धालुओं को मेले में आने दिया जाएगा जो कुंभ मेला हरिद्वार की वेबसाइट पर अपना पंजीकरण कराएंगी, लिहाजा पंजीकरण भी अनिवार्य कर दिया गया है। इसके अलावा होटल, धर्मशालाओं में केवल उन्हीं को कमरा दिया जाएगा जो पंजीकरण, कोरोना की आरटीपीसीआर की निगिटिव रिपोर्ट लेकर आएंगे। वहीं श्रद्धालुओं के लिए बसों में बिना पंजीकरण के किसी को टिकट नहीं दिया जाएगा। जबकि रेलवे भी कुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं से पंजीकरण, आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपेार्ट होने के बाद रेलवे स्टेशन से बाहर जाने की अनुमति प्रदान करेगा। होटल, धर्मशलाओं और आश्रमों के प्रत्येक कमरे में कोविड संबंधित गाइडलाइन व आवश्यक नंबरों के बारे में जानकारी दी जाएगी। वहीं थर्मल स्क्रीनिंग को भी अनिवार्य किया गया है और लक्षण होने पर इसकी जानकारी सीधे स्वास्थ्य विभाग और मेला प्रशासन को देनी होगी। वहीं स्नान, मंदिरों या अन्य कार्यक्रमों के दौरान सोशल दूरी व मास्क व अन्य गाइडलाइन का पालन करना होगा। मेलाधिकारी दीपक रावत ने बताया कि रजिस्ट्रेशन के लिए कुंभ मेला पुलिस वेबसाइट बना रही है। हमारी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। एसओपी के अनुसार हम पहले से तैयार थे और एसओपी को पूरी तरह से लागू कराया जाएगा। हरिद्वार और ऋषिकेश रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को रोकने के लिए हॉल्टिंग प्वाइंटस भी बनाए जाएंगे।
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स्नान के लिए क्या होगा
स्नान पर्वों पर स्नान के दौरान सोशल डिस्टेसिंग का पालन अनिवार्य तौर पर करना होगा। मेला पुलिस गोताखोर और अन्य पुलिस फोर्स की तैनाती करेगा। स्नान घाट पर तैनात कर्मियों के लिए पीपीईकिट के लिए भी यथा संभव तैयार रहेंगे और उपलब्ध रहेगी। स्नान के लिए अधिकतम 20 मिनट का समय दिया गया है इसके बाद दूसरे यात्रियों को स्नान कराया जाएगा। वहीं बायोमेडिकल वेस्ट के प्रबंधन के लिए भी उचित सुविधा करनी होगी। वहीं यात्रियों को रोकने के लिए होल्टिंग प्वाइंटस बनाने होगेे। वहां भी सोशल डिस्टेसिंग का पालन करना होगा।