कोरोना: कुंभ में सोशल डिस्टेंसिंग के लिए पहली बार इस अत्याधुनिक तकनीक का सहारा लेगी पुलिस

चंद्रशेखर जोशी।
कुंभ मेले के दौरान कोरोना संक्रमण को देखते हुए स्नान पर्वों पर सोशल डिस्टेसिंग के लिए कुंभ मेला पुलिस ने पहली बाद अत्याधुनिक तकनीक का प्रयोग करने जा रही है। ये तकनीक है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम जिसे मेला पुलिस करीब पचास स्थानों पर प्रयोग करने जा रही है। ये तकनीक सीेसीटीवी कैमरों के जरिए प्रयोग में लाई जाएगी और एक तय संख्या के बाद खुद ही कंट्रोल रूम को सूचना भेजने लगेगी जिससे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने में पुलिस को मदद मिलेगी। इसके लिए मेला नियंत्रण कक्ष में पुलिस सर्विलांस कमांड कंट्रोल बनाया जा रहा है जहां से इस तकनीक को बेहतर तरीके से संचालि​त किया जाएगा।

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कैसे काम करती है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम तकनीक
कुंभ मेला आईजी संजय गुंज्याल ने बताया कि मेला क्षेत्र के जिन पचास महत्वपूर्ण स्थानों जैसे गंगा घाटों, हरकी पैडी क्षेत्र व मुख्य पार्किंग स्थलों पर एआई सिस्टम लगाया जाना है वहां के कुल क्षेत्रफल के अनुसार और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए एक समय में खडे होने वाले श्रद्धालुओं की संख्या का आंकलन किया जाएगा। इसके बाद सीसीटीवी कैमरों के जरिए एआई सिस्टम में उस संख्या को फीड कर दिया जाएगा। अब ये सिस्टम तय संख्या से ज्यादा लोगों के होने पर खुद ही अलर्ट करना शुरु कर देगा। जिसके जरिए हम उस जगह केवल उतने ही लोगों को स्नान करने देंगे ताकि बाकी को अन्य घाटों पर डायवर्ट कर दिया जाएगा।
उदाहरण के तौर मालवीय घाट पर एक समय में करीब साढे 12 हजार लोग सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए स्नान कर सकते हैं ऐसे में हम उतने ही लोगों को वहां जाने की अनुमति देंगे। हालांकि ये संख्या अभी तय की जानी बाकी है और जल्द ही इसका काम पूरा कर लिया जाएगा।

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कुंभ मेले में 107 घाटों का प्रयोग करेगी पुलिस
वहीं कुंभ मेले में स्नान के लिए पुलिस 107 घाटों का प्रयेाग करेगी, जहां श्रद्धालुओं को गंगा स्नान कराया जाएगा। कुंभ मेला पुलिस के अनुमान के अनुसार इन सभी घाटों पर एक समय में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए करीब एक लाख 70 हजार लोगों को स्नान कराया जा सकता है। इसके लिए पुलिस ने पूरी तैयारी कर ली है और तकनीक का सहारा लेकर कोरोना की गाइडलाइन को अमल में लाया जाएगा।

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