विकास कुमार।
हरिद्वार बॉक्सिंग एसोसिएशन हरिद्वार में बाक्सिंग जैसे उभरते खेल को गंभीरता से नहीं ले रही है। आलम ये है कि सोमवार को खिलाडियों का चयन किया जाना था लेकिन एसोसिएशन ने पेशेवर कोच का एक पैनल तक नहीं बना पाई। इसलिए नैनीताल में होने वाली राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए खिलाडियों का चयन कथित समाजसेवियों, कुछ व्यापारियों ने मिलकर कर दिया। जबकि नियमानुसार ऐसोसिएशन को पेशेवर कोच या फिर खेल की तकनीकी जानकारी रखने वाले कम से कम तीन लोगों का पैनल जरुर बनाना चाहिए था। लेकिन एसोसिएशन के अध्यक्ष विशाल गर्ग ने चयन समिति में अपने भाई विवेक गर्ग सहित अन्य गैर पेशेवर लोगों को रखा, जो पूरी तरह से नियम विरूद्ध है।
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आठ खिलाडियों का हुआ चयन, लेकिन कुल कितने खिलाडी आए, नहीं दी जानकारी
एसोसिएशन की ओर से जारी प्रेस नोट में बताया गया कि आठ खिलाडियों का चयन किया गया है जिनमें अनस- 48 किलो , मो सिराज अली – 52 किलो, मयंक मालिक – 54 किलो , ध्रुव सिंह नेगी -57 किलो, शिवम् जोशी – 60 किलो, आदित्य सिंह – 63 किलो , तनिष्क मालिक-66 किलो, शिवम् शर्मा – 70 किलो शामिल हैं। लेकिन कुल कितने खिलाडी चयन प्रक्रिया में भाग लेने आए, ये जानकारी एसोसिएशन ने नहीं दी। इस बारे में जब डा. विशाल गर्ग से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस बारे में सचिव नवीन चौहान ही जानकारी दे पाएंगे। वहीं नवीन चौहान से कई बार फोन करने के बाद भी संपर्क नहीं हो पाया। एसोसिएशन के दूसरे सदस्य नवीन राजवंश से भी जानकारी लेनी चाही लेकिन वो भी बचते रहे।

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चयन प्रक्रिया के बारे में नहीं किया व्यापक प्रचार
वही जिला एसोसिएशन के पदाधिकारियों पर पहले ही बॉक्सिंग खेल के प्रचार प्रसार को हल्के में लेने के आरोप लग हैं। 27 जून को होने वाली चयन प्रक्रिया की जानकारी 24 जून को अखबार में प्रकाशित की गई और उसमें भी आधी अधूरी जानकारी थी। चयन प्रक्रिया का समय और संपर्क नंबर आदि नहीं थे। वहीं कुछ खबरों में सात जून को प्रतियोगिता होना बताया गया। वहीं फेसबुक पर एक्टिव रहने वाले विशाल गर्ग ने भी चयन प्रक्रिया की जानकारी सोशल मीडिया पर साझा नहीं की। बल्कि एसोसिएशन के फेसबुक पेज पर एक दिन पहले चयन प्रक्रिया के बारे में जानकारी डाली गई, जबकि चयन प्रक्रिया के लिए कम से कम एक सप्ताह पहले विभिन्न माध्यमों से जानकारी दी जानी चाहिए थी। जो एसोसिएशन के पदाधिकारियों की लापरवाही को दर्शाता है।
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रूडकी में हो रहा अच्छा काम
जनपद में बॉक्सिंग को बढावा देने के लिए सबसे अच्छा काम रुडकी में हो रहा है। रुडकी में कई कोचिंग सेंटर चल रहे हैं जो खिलाडियों को ट्रेनिंग दे रहे हैं। इनमें कोच किशन मेहर सिंह और कोच नवीन ठाकुर खिलाडियों को ट्रेनिंग दे रहे हैं। कोच नवीन ठाकुर चयन के लिए अपने तीन खिलाडियों के साथ पहुंचे थे, जिनमें से तीनों का ही चयन कर लिया गया। रुडकी के मुकाबले हरिद्वार में बॉक्सिंग को लेकर लापरवाही बरती जा रही है। बॉक्सिंग एसोसिएशन के अधिकतर पदाधिकारी हरिद्वार से होने के बाद भी यहां कैंप नहीं लग रहे हैं। इस बारे में जब एसोसिएशन से पूछा गया तो उनके पास जवाब नहीं था।
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निष्क्रिय पदाधिकारियों को हटाने की मांग
वहीं एसोसिएशन की कारगुजारियों को देखते हुए अब निष्क्रिय पदाधिकारियों को हटाए जाने के सवाल खडे हो गए हैं। श्रीवैश्य बंधु समाज मध्य हरिद्वार के संस्थापक सदस्य अशोक अग्रवाल ने बताया कि बॉक्सिंग भारत में सबसे तेजी से उभरता हुआ खेल हैं। हरिद्वार में एसोसिएशन के सदस्य निष्क्रिय हैं और सिर्फ अपना फायदा सोचते हैं। इनका अधिकतर समय राजनीति और कथित तरीके से समाज सेवा में जाता है। खेल के लिए इनके पास समय नहीं है। एसोसिएशन में भी भाई भतीजावाद चल रहा है। ऐसे में यूनियन के पदाधिकारियों पर स्टेट एसोसिएशन को कार्रवाई करनी चाहिए और निष्क्रिय और लापरवा पदाधिकारियों को हटाया जाना चाहिए।
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