रतनमणी डोभाल।
हर की पैडी पर बहने वाली गंगा की अवरिल धारा को स्कैप चैनल, नहर घोषित करने के शासनादेश वापस लेने की मांग को लेकर तीर्थ पुरोहितों का धरना तथा उपवास 47वें दिन में पहुंच गया है। आक्रोशित तीर्थ पुरोहितों ने सरकार को चेतावनी दी है कि वह उनके धैर्य की परीक्षा न ले और बिना देरी के स्कैप चैनल के शासनादेश को वापस ले ले। सरकार की हठधर्मिता की आलोचना करते हुए तीर्थ पुरोहितों ने कहा कि सरकार दीपावली से पहले शासनादेश वापस नहीं लेती है तो वह दीपावली का त्योहार भी धरना स्थल हर की पैडी पर ही मनाएंगे।
उन्होंने कहा कि गंगाजी को स्कैप चैनल घोषित करने का पाप कांग्रेस सरकार ने किया था, परंतु भाजपा की त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार साढे तीन साल कांगेेस सरकार के शासनादेश को वापस लेने का कोरा आश्वासन देती चली आ रही है। लेकिन सरकार के प्रवक्ता एवं काबीना मंत्री मदन कौशिक कोई जवाब नहीं दे रहे हैं, जिसको लेकर धर्मजगत में रोष है। उन्होंने कहा कि तीर्थ पुरोहित दीवाली के बाद सरकार के खिलाफ कडा निर्णय लेंगे। श्री गंगा सभा के तत्कालीन महामंत्री राम कुमार मिश्रा ने स्कैप चैनल के शासनादेश के खिलाफ उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की थी। इस संबंध में उनका कहना है कि उन्होंने पदेन गंगा सभा महामंत्री याचिका दाखिल की थी। लेकिन पद से हटने के बाद किसी ने पैरवी नहीं की इसलिए उस पर कोई निर्णय नहीं हो पाया है।
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कुंभ से पूर्व शासनादेश हो जाएगा निरस्त
हर की पैडी की प्रबंधकारिणी श्री गंगा सभा के अध्यक्ष पं.प्रदीप झा का कहना है कि मुख्यमंत्री तथा शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने स्कैप चैनल के शासनादेश को निरस्त करने का आश्वासन गंगा सभा को दे रखा है। कुंभ से पहले से शासनादेश निरस्त होने की संभावना है। अगर ये नहीं होता है तो इसके बाद रणनीति बनाई जाएगी।