Haldwani Violence
Haldwani Violence हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हुई बवाल में पांच लोगों की मौत की पुष्टि प्रशासन की ओर से की गई है, जिनके नाम प्रशासन ने जारी किए हैं। वहीं दूसरी ओर अलग अलग अस्पतालों में कुल 14 लोगों का उपचार चल रहा है जिनकी हालत नाजुक बताई जा रही है। वहीं बडी संख्या में पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। शुक्रवार को बनभूलपुरा में कर्फयू जारी रहा और यहां तनावपूर्ण शांति बनी रही। हिंसा की कोई नई सूचना नहीं मिली।
Haldwani Violence
कौन-कौन है मृतकों में शामिल
प्रशासन से प्राप्त जानकारी के अनुसार विगत रात्रि घटना में कुल 05 लोगों की मृत्यु हो गई थी। जिसमें फईम कुरैशी, जाहिद, मौ0 अनस, शब्बान व प्रकाश कुमार के मृतक के रूप पहचान की गई हैं। इसके अलावा बेस चिकित्सालय में 07, कृष्णा चिकित्सालय में 03, सुशीला तिवारी चिकित्सालय में 03, तथा बृजलाल चिकित्सालय में 01 घायल का उपचार चल रहा है।
भारी पुलिस फोर्स तैनात, इंटरनेट बंद
वहीं दूसरी ओर हल्द्वानी में भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। यहां इंटरनेट भी बंद हैं। आला अफसरों ने मोर्चा संभाला हुआ है। वहीं पुलिस ने दंगाईयों को अलग अलग वीडियो के जरिए पहचाने का काम शुरु कर दिया गया है। पुलिस के मुताबिक 18 नामजद लोगों के साथ पांच हजार लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
इनमें से 10 को गिरफतार भी कर लिया गया है। बाकी की पहचान कर गिरफतार करने के प्रयास जारी है। वहीं सरकार ने दंगाईयों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इनके लिए सख्त कानूनों के तहत कार्रवाई की जाएगी। वहीं संपतियों को हुए नुकसान की भरपाई भी दंगाईयों से की जाएगी।
सीएम धामी पहुंचे हल्द्वानी, बढाया हौंसला
वहीं सीएम पुष्कर सिंह धामी शुक्रवार को आला अधिकारियों के साथ हल्द्वानी पहुंचे और घटना की जानकारी ली। उन्होंने घायल पुलिसकर्मियों से भी बात की और उनका हौंसला बढाया। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सभी से शांति बरतने की अपील की और अफसरों को दंगाईयों से सख्ती से निपटने के निर्देश भी दिए।
कहां हुई चूक, सिस्टम क्यों नहीं भांपा पाया माहौल
वहीं दूसरी ओर अतिक्रमण अभियान के दौरान भारी पथराव और पेट्रोल बमों से हमले को पुलिस और खुफिया विभाग क्यों नहीं भांप पाया। ये भी सवाल है कि अतिक्रमण हटाने से पहले पूरी तैयारी क्यों नहीं की गई।
क्या पर्याप्त पुलिस बल ले जाया गया था या आनन फानन में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को अमल में लाया गया। ये सब वो सवाल है जिनके जवाब अब पुलिस और प्रशासन को जांचने हैं ताकि इस बवाल के कारणों का पता लगाकर भविष्य में बेहतर प्लानिंग और शांति व्यवस्था कायम की जा सके।