रतनमणि डोभाल।
शहर की सफाई व्यवस्था के लिए नगर निगम ने सुमित्रा स्वयं सहायता समूह को हरिद्वार नगर निगम क्षेत्र से कचरा कलेक्ट करने की जिम्मेदारी सौंपी है। अब तक यह काम नगर निगम केआरएल एजेंसी के माध्यम से कराती थी। लाखों रुपये प्रति महीना खर्च होने के बाद भी शहर की सफाई व्यवस्था जस की तस थी। पिछले पिछले 1 सप्ताह से केेआरएल हड़ताल पर चल रही थी। केआरएल का आरोप था कि नगर निगम उसका बकाया पैसा नहीं दे रहा है जिस कारण उसे अपने कर्मचारियों की तनख्वाह देने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। वहीं नगर निगम का आरोप था कि केआरएल जहां हर महीने कचरा उठाने के लाखों रुपए नगर निगम से लेती है और नगर निगम के वाहन प्रयोग करती है उसके बावजूद भी ना तो शहर से कचरा समुचित तौर पर उठा पा रहा था और ना ही उसका निस्तारण सराय स्थित प्लांट में किया जा रहा था। इससे पहले नगर निगम ने कई बार केआरएल को नोटिस भी जारी किया था। और केआरएल पर जुर्माना भी लगाया था। लेकिन अब पिछले एक सप्ताह से हड़ताल के बाद नगर निगम ने कड़ा फैसला लिया है। आपको बता दें कि दो दिन पहले ही जिलाधिकारी ने केरल की हड़ताल को देखते हुए नया टेंडर करने का आदेश दिया था। क्योंकि नए टेंडर में समय लगता है इसलिए नया टेंडर होने तक शहर भर से कचरा उठाने की जिम्मेदारी सुमित्रा स्वयंसेवी संस्था को दी गई है । यह संस्था केआरएल की तरह ही शहर से घर-घर जाकर कचरा इकट्ठा करेगी और उसे स्थाई व अस्थाई डंपिंग जोन में छोड़ेगी। वही इसके बदले वह घर घर से कर लेगी। जिसकी रसीद दी जायेगी।
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