सहारा लैंड अधिराज कुंज
KD.
सहारा इंडिया सोसाइटी में निवेश की गई आमजन की जमा पूंजी को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भ्रम की स्थिति पूरी तरह से दूर कर दी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बकायदा सहारा समूह के निवेशकों की रिकवरी के लिए एक पोर्टल लॉन्च कर दिया है, जिसमें अपने साक्ष्यों का आवेदन करने के बाद रकम का भुगतान विधिवत होना प्रारंभ होगा। सहारा भूमि पर अधिराज कुंज
इस पोर्टल के लांच होने से हरिद्वार दिल्ली हाईवे पर स्थित सहारा इंडिया की बेशकीमती भूमि पर हो रही प्लाटिंग की तस्वीर भी अब पूरी तरीके से साफ हो गई है। जाहिर है कि निवेशकों की रकम और सहारा इंडिया की भूमि के बीच कोई दूर-दूर तक कोई मेल ही नहीं था जबकि सहारा इंडिया की जमीन को निवेशकों की रकम से जोड़कर हो हल्ला मचाया जा रहा था। वही अधिराज कुंज में प्लॉट लेने के लिए लोगों में उत्साह है फिलहाल यहां 5000 से 8000 स्क्वायर फुट रेट चल रहा है जिसके और ज्यादा बढ़ने की संभावना है।
पिछले दिनों हाईवे स्थित सहारा इंडिया की भूमि पर बन रही अधिराज कुंज सोसायटी पर राज्य सरकार ने रोक लगा दी थी ,जिसके बाद विधिक राय मशवरे के बाद शासन ने अधिराज कुंज में भूखंड की खरीद-फरोख्त पर लगी रोक वापस भी ले ली थी लेकिन कुछ लोग इस सोसायटी को लेकर भ्रम की स्थिति फैलाने में लगे हुए थे कि यहां निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है।
हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने सहारा इंडिया सोसाइटी में निवेश करने वालों की रकम वापसी को लेकर कड़ा कदम उठाते हुए सेबी की देखरेख एक सहारा सेबी रिफंड अकाउंट खोला गया था । उस अकाउंट में वर्तमान में जमा 25 हजार करोड़ में से 5 हजार करोड रुपए सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार रिलीज भी कर दिए गए है।
अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सहारा इंडिया सोसाइटी में निवेश करने वालों के चेहरे पर मुस्कान लौटा दी है। उन्होंने बकायदा पोर्टल लांच कर रिकवरी का शत-प्रतिशत भरोसा दिलाया है। अंततोगत्वा यह कहा जा सकता है कि सरकार ने रकम वापसी की राह खोल दी है। ऐसे में अधिराज कुंज को लेकर भी हकीकत सामने आ गई है ,जिसका सहारा इंडिया सोसाइटी के निवेशकों से कोई लेना-देना बिल्कुल नहीं है।
अधिराज कुंज सोसायटी के निदेशक अभिषेक त्यागी की माने तो सोसाइटी पूरी तरह से भार मुक्त है और यहां मूलभूत सुविधाओं के साथ ही प्लॉटिंग की जा रही है । और डेवलपमेंट का कार्य भी जोरों से चल रहा है मानकों के अनुसार ही पूरी सोसाइटी को डेवलप किया जा रहा है। यह सोसाइटी हरिद्वार की अपने आप में बेहतर टाउनशिप के रूप में ऊभरकर आएगी। उनके मुताबिक निवेशकों की रकम को लेकर तस्वीर साफ हो गई है, जिसका इस भूमि से कोई लेना-देना नहीं है ।उनके मुताबिक आमजन पूरी तरह निश्चिंत होकर अधिराज कुंज में अपने नए आशियाने का ख्वाब संजो सकते हैं।