कुणाल दरगन।
फेसबुक पर तीखे नैन नक्श देखकर दोस्ती कर बैठे 70 साल के बुजुर्ग को उसी अप्सरा सी दिखनी वाली लड़की ने अपनी चिकनी चुपडी बातों में ऐसा फंसाया कि बुजुर्ग के जंवा होते अरमां अगले ही पल मुरझा गए। लडकी ने बुजुर्ग को अश्लील बातें करने में फंसा लिया और ब्लेकमेलिंग शुरू कर दी। यही नहीं बुजुर्ग को हरिद्वार पुलिस का दारोगा बनकर लगातार पैसे मांगना जारी रखा। अपनी फेसबुक फ्रेंड से परेशान बुजुर्ग ने अब ज्वालापुर पुलिस से इंसाफ की गुहार लगाई है। ज्वालापुर कोतवाल प्रवीण सिंह कोश्यारी ने बताया कि लडकी और दारोगा बनकर बुजुर्ग को धमकाने वाले युवक की शिनाख्त कर ली गई है। जल्द ही बुजुर्ग को इंसाफ मिल जाएगा।
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क्या है पूरा मामला
असल में ज्वालापुर पुलिस को कलकत्ता के रहने वलो एक बुजुर्ग की चिट्ठी मिली है। इसमें बताया गया कि वो 19 तारीख को इंदौर से ट्रेन से आ रहा था रात का समय था मेरी फेसबुक में एक लड़की के नाम से फ्रेंड रिक्वेस्ट आई थी जिसे मेने एक्सेंट कर लिया था उसी का मैसेंजर पर मेरे पास मैसेज आया वह मेरीफ्रेंड बन गई थी वह बार-बार मैसेज सभी के लिए डालती थी कि जो भी खाली हो ऑनलाइन चैट करो ट्रेन में मुझे नींद नहीं आ रही थी तो मैं उसको चैट करना चालू किया लेकिन मैं वॉइस मैसेज भेज रहा था वह बोली की क्या आपको टाइपिंग नहीं आती उस समय ट्रेन चलने की वजह से फोन में बहुत वाइब्रेशन हो रही थी मैं भी नहीं जानता था किस वजह से कोई मैसेज कहीं का कहीं आ जा रहा था लेकिन उसके कहने पर कि आपको क्या टाइपिंग नहीं आती आप टाइप नहीं करते मेरे को थोड़ा सा लगा तो मैं हाथ से टाइप करने लगा मैं उसको लिखना चाहता था उसने बहुत ही अपशब्दों का प्रयोग किया मैं इतना अपसेट हो गया था कि मैंने वह सब मैटर डिलीट कर दिया था अगले दिन सुबह से मेरे पास खुद को हरिद्वार का इंस्पेक्टर बता कर मैसेज आने चालू हो गए कि तुम्हे उठवा दिया जाएगा आप जहां कहीं हैं हरिद्वार आ जाओ मैंने कहा भी कि मैसेज गलती से चला गया है गलत टाइपिंग के
या फोन में इतना वाइब्रेशन हो रहा था कैसे चला गया मैं नहीं जानता। मैं माफी मांगने को तैयार हूं मैंने माफी भी मांगी लेकिन उन्होंने बाद में मुझसे मैसेज भेजा कि कुछ खर्चा पानी लगेगा और धमकाना चालू रखा.. उसके बाद उनका मैसेज आया कि ₹10000 लगेगा मैं बोला कि मैंने आपको कहां भेजना है पैसा मैं जानने की कोशिश कर रहा था लेकिन उसने वह नहीं बताया और बार-बार रुपए की डिमांड करता रहा उसके बाद उन्होंने अपना WhatsApp account वह भी डिलीट कर दिया और उसके बाद एक जगह और से मेरे पास फोन आया उसने खुद को हरिद्वार में तैनात इंस्पेक्टर बताया और मेरे खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की धमकी दे पैसे की डिमांड करता रहा मैने उसे बताया कि मैं 70 साल का आदमी हूं मुझे हाई बीपी है ब्लड शुगर है मैं हरिद्वार नही पहुंच सकता हूँ उसके बाद अलग अलग नंबरो से मेरे पास लगातार फोन आ रहे है मैं पिछले कुछ दिनों से मानसिक तनाव में हूं क्योंकि ये लोग मुझे सोशल मीडिया पर बदनाम करने की धमकी दे पैसों की डिमांड कर रहे है मुझे इस बात का आभास हो गया था कि मैं किसी जाल में फस गया हूँ इसीलिए आपसे मेरा विनम्र निवेदन है कि ऐसे गिरोह चलाने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त एक्शन लिया जाए ताकि ये भविष्य में किसी और को अपना शिकार न बना सकें।