रतनमणी डोभाल/चंद्रशेखर जोशी।
चमोली जनपद के ऐतिहासिक शहर जोशीमठ के जमीन धंसने से अभी तक नगर पालिका क्षेत्र के 603 घरों में दरारें आ चुकी हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित इलाके रविग्राम, गांधी नगर और मनोहरबाग हैं। वहीं अभी तक नौ वार्डों में मकानों में दरारें रिपोर्ट की गई है। लोगों में दहशत बनी हुई हैं। उधर, दो होटलों को भी बंद कर दिया गया है। जबकि शुक्रवार तक 44 परिवारों को सुरक्षित स्थानों में विस्थापित कर दिया गया है। Uttarakhand Joshimath disaster 603 houses have cracks 44 families shifted so far

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एनटीपीसी, बीआरओ और अन्य काम रोके गए
वहीं सरकार ने आपदा की स्थिति को देखते हुए फिलहाल एनटीपीसी तपोवन बिष्णुगाड जल विद्युत परियोजना के तहत हो रे टनल व अन्य निर्माण को रोक दिया है। साथ ही बीआरओ के तह बन रहे हेलंग बाईपास निर्माण को भी रोक दिया गया है। उधर, जोशीमठ नगर पालिका के तहत हो रहे निर्माण कार्यों पर भी अग्रिम आदेशों तक रोक लगा दी गई है। वहीं वैज्ञानिकों की टीम जोशीमठ के हालात का जायजा ले रही है।

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सीएम ने ली हाईलेवल मीटिंग
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को जोशीमठ के हालात पर प्रभावित परिवारों को पुनर्वास करने और वैकल्पिक व्यवस्था पर जोर देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि संकट की इस स्थिति में जानमाल की सुरक्षा एवं बचाव पर ध्यान देने की जरूरत है। ऐसे समय में लोगों की मदद करना हम सबका दायित्व एवं जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री ने इस स्थिति में लोगों में भरोसा बनाये रखने की भी बात कही। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में रह रहे लोगों के पुनर्वास तथा उन्हें अन्यत्र शिफ्ट करने में भी तेजी लाये जाने को कहा।

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