poor sanitation condition in haridwar municipal corporation

कचरा घोटाला: बीस मिनट की बारिश ने खोली सफाई की पोल, मेयर, एमएनए पर उठे सवाल


रतनमणी डोभाल/विकास कुमार।
हरिद्वार महानगर की सफाई व्यवस्था में हुए कचरे घोटाले की पोल मंगलवार शाम हुई बीस मिनट की बारिश ने खोलकर रख दी। मामूली सी बारिश में ही शहर भर की सड़के लबालब हो गई और कचरा नालियों से निकलकर सडकों पर बहने लगा। वहीं निगम हर महीनें लाखों रुपए शहर की सफाई व्यवस्था पर खर्च करने का दावा करता है जिसके एवज में पूरे शहर से यूजर चार्ज के तौर पर पैसे भी लिए जाते हैं लेकिन शहर के हालात क्या है ये किसी से छिपे नहीं है। यही नहीं शहर के जिम्मेदार लोगों ने भी मेयर अनीता शर्मा और एमएनए दयानंद सरस्वती के दावों और कार्यशैली पर सवाल खडे करने शुरु कर दिए हैं। वहीं निगम के पार्षदों पर भी सवाल उठ रहे हैं आखिर वो शहर की बदहाली पर कब तक चुप रहेंगे। poor sanitation condition in haridwar municipal corporation

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करोड़ों रुपए खर्च फिर भी हालात जस के तस
शहर की सफाई व्यवस्था को नंबर वन बनाने के लिए मेयर और एमएनए कई दावे कर चुके हैं। लेकिन अभी तक हालात जस के तस हैं। यहां तक की कचरा उठाने के लिए उंचे दामों पर दो कपंनियां भी हायर की लेकिन, सुपरविजन के अभाव में कोई काम नहीं हो रहा है। सवाल ये है कि जब डोर टू डोर कचरा उठ रहा है तो शहर में गंदगी क्यों है। आलम ये है कि अफसर एसी कमरों में बैठकर जबानी जमाखर्च कर रहे हैं और मेयर अनीता शर्मा को समझ ही नहीं आ रहा है कि अफसरशाही के बीच वो काम कैसे करें। वहीं लोग अब मेयर पति अशोक शर्मा को भी पूछ रहे हैं जो बात—बात में नाले में उतर जाया करते थे।

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निगम के पास संसाधन लेकिन नहीं हो रहा काम
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी ने कहा कि निगम के पास तमाम संसाधन है लेकिन उनका प्रयोग नहीं हो रहा है। अफसर मनमानी कर रहे हैं और ​शहर की सफाई व्यवस्था का बुरा हाल है। ना तो सफाई हो रही है और ना ही कर्मचारियों के हित ही देखे जा रहे हैं। इसको लेकर जल्द ही बडा आंदोलन खडा किया जाएगा।

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भाजपा ने उठाए सवाल
भाजपा नेता विशाल गर्ग ने बताया कि शहर की सफाई व्यवस्था का बहुत बुरा हाल है। निगम का निकम्मापन बीस मिनट की बरसात में बाहर आ गया है। ना तो मेयर संजीदा है और ना ही अफसर बाहर निकलकर ईमानदारी से काम कर पा रहे हैं। सब एक दूसरे पर आरोप—प्रत्यारोप लगा रहे हैं। जबकि चार धाम यात्रा शुरु होने के बाद भी हरिद्वार की सफाई व्यवस्था का हाल बुरा है। निगम में जो कचरा घोटाला चल रहा है उसकी जांच के लिए जल्द ही शहरी विकास मंत्री से मुलाकात की जाएगी।

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