Kanwar Yatra 2024 कांवड़ यात्रा मार्ग पर हरिद्वार के ज्वालापुर में एक मस्जिद और मजार के सामने सफेद पर्दा लगा दिया गया। हालांकि स्थानीय लोगों ने पर्दा लगाए जाने पर कोई आपत्ति दर्ज नहीं कराई और मीडिया चैनलों में आने के बाद ही विवाद बढ़ा जिसके बाद पर्दे को तुरंत हटा लिया गया है। वहीं प्रशासन ने पर्दा लगाए जाने की जानकारी होने से इनकार किया है।
खबरें चैनलों पर चली और सोशल मीडिया पर मुद्दा गरम हो गया। शाम आते आते पर्दा हटा भी लिया गया और मसला शांत भी हो गया। लेकिन सवाल अभी भी बना हुआ है कि आखिर किस मकसद से पर्दा लगाया गया और फिर हटा क्यों लिया गया और किसके कहने पर ये किया गया।
क्या है पूरा मामला
हरिद्वार में प्रशासन कांवड़ यात्रा नहर पटरी मार्ग से चलाता है। ज्वालापुर में कुछ हिस्सा ये शहर के अंदर से आती है। राम नगर में मस्जिद और उंचे पुल पर एक मजार रास्ते में पड़ता है। इसके बाद फिर यात्रा कांवड़ पटरी मार्ग पर चल पड़ती है। अभी तक यहां पर्दा आदि का रिवाज नहीं रहा।
लेकिन इस बार कावंड यात्रा शुरु होने से पहले दोनों जगह सामने सफेद रंग का शामियाना लगा दिया गया।
Kanwar Yatra 2024
मामला क्यों गरम हुआ
असल में शुक्रवार को मामला पत्रकारों की नजर में चढ़ गया। पत्रकारों ने खोजबीन शुरु की तो सिस्टम ने इस मामले में जानकारी ना होने की बात कह दी। कहीं से कोई जवाब नहीं मिला तो मंत्री सतपाल महाराज से पूछ लिया गया। उन्होंने अपनी समझ से बोल भी दिया। बस खबर तैयार और चलते ही पर्दा उतर भी गया। Kanwar Yatra 2024
वरिष्ठ पत्रकार महावीर नेगी ने बताया कि उन्होंने कई अफसरों से इस संबंध में बात की लेकिन उन्हें किसी ने संतुष्ट जवाब नहीं दिया। वहीं वरिष्ठ पत्रकार करण खुराना का भी ये ही कहना है। फिलहाल मामला दूध के उबाल की तरह आया और शांत भी हो गया। लेकिन सवाल अभी भी बना हुआ है कि अगर पर्दा अच्छे के लिए लगाया गया था तो क्यों हटाया गया और क्या सच में आला अफसरों को इसकी जानकारी नहीं थी।
Average Rating