हरिद्वार कॉरीडोर को लेकर हरिद्वार के व्यापारियों की नाराजगी को देखते हुए शहर विधायक मदन कौशिक ने प्रस्तावित प्रोजेक्ट पर अपनी राय दी है। पोड कार प्रोजेक्ट की तरह ही मदन कौशिक ने हरिद्वार कोरीडोर को शहर के बजाए दूसरे छोर पर बनाए जाने की मांग की है। इस संबंध में वो सीएम पुष्कर सिंह धामी से भी मिले। मदन कौशिक के चेलों का दावा है कि सीएम धामी की ओर से पुख्ता आश्वासन मिला है। जिसके बाद मदन कौशिक टीम निकाय चुनाव की तैयारियों में जुट गई है।
सीएम धामी से क्या बोले मदन कौशिक
मदन कौशिक टीम की ओर से जारी प्रेस नोट में बताया गया है कि मदन कौशिक ने सीएम पुष्कर सिंह धमाी से मुलाकात कर कहा कि हरिद्वार शहर को तत्काल हेरीटेज सिटी घोषित किया जाए। हरिद्वार में प्रस्तावित कॉरिडोर को रोड़ीबेल वाला मैदान से लेकर पंतद्वीप क्षेत्र में बनाया जाना चाहिए। हरिद्वार में किसी भी प्रकार की तोड़फोड़ नहीं की जानी चाहिए। हरिद्वार के बाजारों का पौराणिक और आध्यात्मिक स्वरूप बना रहना चाहिए।
इस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन देते हुए कहा की हरिद्वार में कॉरिडोर का निर्माण हरिद्वार की जन भावनाओं के अनुरूप होगा और किसी भी प्रकार की तोड़फोड़ नहीं की जाएगी हरिद्वार के सभी वर्गों एवं हरिद्वार के सभी सामाजिक संगठनों,व्यापारिक एवं धार्मिक संगठनों से विचार विमर्श के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा। हरिद्वार कॉरीडोर
क्या है प्रस्तावित प्रोजेक्ट
हरिद्वार कोरीडोर के प्रस्तावित प्रोजेक्ट के तहत हरकी पैडी के तीनों ओर के पहुंच मार्गों का विस्तारीकरण किया जाना है। साथ ही बाजारों में भी कई परिवर्तन किए जाने हैं। इसके अलावा हाईवे से जोडते हुए कई पुल और अन्य निर्माण भी होने हैं। जबकि बस अड्डा भी शहर से बाहर ले जाना प्रस्तावित है।। अधिकारियों के साथ शुरुआती दौर की बैठकों के बाद व्यापारियों ने आस्तीनें चढाई और मदन कौशिक को भी अपनी दो टूक सुना दी। इसके बाद मदन हरकत में आए।
हरिद्वार कॉरीडोर
क्या निकाय चुनाव को देखते हुए मदन पहुंचे सीएम दरबार
सवाल ये भी है कि क्या निकाय चुनाव को देखते हुए शहर विधायक मदन कौशिक ने व्यापारियों की नाराजगी को शांत करने के लिए सीएम पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की है। वरिष्ठ पत्रकार अवनीश प्रेमी बताते हैं कि कोरीडोर का जो प्रोजेक्ट हैं उसमें मुझे नहीं लगता कि कोई बड़ा बदलाव होने जा रहा है।
हालांकि कोरीडोर निकाय चुनाव के बाद ही शुरु होने की उम्मीद है। ये सही है कि व्यापारियों में गुस्सा है और इसका खामियाजा निकास चुनाव में मिल सकता है। लिहाजा, मदन कौशिक ने सीएम धामी से मुलाकात कर ये दर्शाने की कोशिश की है कि वो कोरीडोर के मसले में व्यापारियों के साथ खडे हैं।