विकास कुमार।
उषा ब्रेको की लीज बढाने के मामले में कथित तौर पर कांग्रेस की मेयर अनीता शर्मा, उनके पति अशोक शर्मा और कांग्रेस के कुछ पार्षदों पर भाजपा के साथ मिलीभगत कर प्रस्ताव पास कराने के मामले में कांग्रेसी नेताओं में अब खुलकर जंग शुरु हो गई है। पहले सतपाल ब्रह्मचारी, प्रदीप चौधरी आदि नेताओं ने इस मामले में मेयर अनीता शर्मा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी अब मेयर पति अशोक शर्मा ने सतपाल ब्रह्मचारी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने 2006 में उषा ब्रेकों की लीज बढाई थी।
यही नहीं अशोक शर्मा व कुछ कांग्रेसी पार्षदों ने सतपाल ब्रह्मचारी पर अपने कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए हैं। सतपाल ब्रह्चारी की ओर से आकाशी भाटी व अन्य कांग्रेसी नेता हमलावर हुए हैं। उधर, सतपाल ब्रह्मचारी ने दावा करते हुए कहा कि मेरे समय में लीज नहीं बढाई गई बल्कि मेयर अनीता शर्मा तब पार्षद थी और प्रस्ताव लेकर आई थी जिसको मैंने मना कर दिया था। यही नहीं हम कोर्ट चले गए थे। ये लीज 2011 में भाजपा के कमल जौरा कार्यकाल में बढी थी। उन्होंने ये भी दावा किया अशोक शर्मा को 2001 से अब तक की जांच करानी चाहिए। मैं जांच के लिए पूरी तरह तैयार हूं और अगर मेरे कार्यकाल में लीज बढने का मामला आया तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा। उनहोंने ये भी कहा कि मेयर अनीता शर्मा और अशोक शर्मा के कार्यों से हरिद्वार में कांग्रेस की भाजपा के खिलाफ भ्रष्टाचार की जंग को धक्का लगा है इससे कांग्रेस को नुकसान पहुंच रहा है। ऐसे में जल्द से जल्द कार्रवाई होनी चाहिए।
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