कुणाल दरगन।
हरिद्वार के शिवालिक नगर में भेल से रिटायर्ड एजीएम और उनकी पत्नी की निर्मम हत्या करने के आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को गुरुवार को एसएसपी सेंथिल अवूदई कृष्ण राज एस ने ईनाम दिया। पूरी टीम को बीस हजार रूपए की नगद राशि दी गई थी, जिसके हिसाब से अपराधिकयों तक पहुंचने वाली टीम को लीड करने वाले पुलिस अफसरों के हिस्से पांच सौ पचहत्तर रुपए की धनराशि हिस्से आई।
वहीं जूनियर पुलिसकर्मियों के हिस्से 300 रूपए आए। अपनी जान हथेली पर रखकर दिन रात बिना नींद लिए उत्तर प्रदेश के शातिर अपराधियों तक पहुंचने वाली इस टीम को ईनाम की राशि पर फख्र है और सभी पुलिस अफसर व सिपाही गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
लेकिन ये आमजन के लिए सोचने का विषय है कि जिस पुलिस के दामन पर वो आरोपों के छींटे उड़ाने से पीछे नहीं हटते वो अपने फर्ज को निभाने के लिए सीमित संसाधनों के बावजूद पीछे नहीं हटते हैं।
गौरतलब हैकि शिवालिक नगर निवासी बुजुर्ग दंपत्ति की लूट के इरादे से निर्मम हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने भारी दबाव के बावजूद दिन रात एक कर यूपी से बदमाशों को गिरफ्तार किया। वहीं इसमें कई दिन का समय लगा और कई टीमें इसमें लगी रही। इस वारदात का खुलास करने के लिए टीम को बीस हजार रूपए का नगर पुरस्कार दिया गया। इस राशि के तहत टीम को लीड करने वाले रानीपुर कोतवाल योगेश देव, ज्वालापुर कोतवाल प्रवीण सिंह कोश्यारी व अन्य के हिस्से में पांच सौ पचहत्तर रूपए की ईनामी राशि हिस्से आई वहीं दूसरे जूनियर अफसरों और सिपाहियों को तीन सौ रुपए मिले।