कुणाल दरगन।
दो माह से अधिक वक्त गुजरने के बाद भी हरिद्वार पुलिस के जाबांज शराब कारोबारी सागर जायसवाल के कर्मचारी से हुई 26 लाख की लूट की वारदात के खुलासे में नाकाम रहे है। अब शायद ही लूट की इस बड़ी वारदात से पर्दा उठ सकेगा। इधर, हरिद्वार पुलिस ने भी लूट के खुलासे में दिलचस्पी लेना ही बंद कर दिया है। देहरादून में बैठे अफसरान ने भी इस वारदात की मॉनीटरिंग करना छोड़ दिया है।
सितंबर माह में कनखल की शक्तिनग कालोनी में शराब कारोबारी सागर जायसवाल के कार्यालय के ठीक नीचे शूटआउट कर कर्मचारियों से 26 लाख की रकम लूट ली गई थी। वारदात को अंजामज देकर व्यस्ततम क्षेत्र से लुूटेरे फरार होने में कामयाब रहे थे। इधर, लूट की बड़ी वारदात से हरिद्वार पुलिस में हड़कंप मच गया था।
प्रारंभिक पड़ताल में लुटेरों के बुलेट में सवार होने की बात सामने आई थी लेकिन बाद में सामने आया था कि लुटेरे बुलेट पर नहीं बल्कि अपाची मोटरसाइकिल पर सवार थे। लूट की वारदात के खुलासे को लेकर हरिद्वार पुलिस ने एड़ीचोटी का जोर लगाया था लेकिन नतीजा सिफर रहा। माना जा रहा है कि अब शायद ही लूट की घटना का खुलासा हो सकेगा। मान भी ले कि घटना का खुलासा हो जाए लेकिन रकम की रिकवरी होना आसान नहीं है क्योंकि इस तरह की घटनाओं के खुलासे में सामने आया है कि नगदी बरामद नहीं होती है।
अपराधी नगदी का तुरंत ही इस्तेमाल कर लेते है। चूंकि शराब कारोबारी का पुलिस से आए दिन पाला पड़ता है लिहाजा वह भी पैरवी को लेकर अधिक गंभीर नहीं है। इधर, हरिद्वार पुलिस ने भी लूट की वारदात के खुलासे में दिलचस्पी लेना छोड़ दिया है। हां, कभी कभी एसओजी के कार्यालय में वारदात को लेकर बैठक जरूर आयोजित की जाती है।
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26 लाख की लूट ही नहीं बल्कि कनखल एवं रानीपुर में हुई चेन स्नेचिंग एवं कुंडल लूट की घटनाओं में भी पुलिस के हाथ खाली ही है। लूट की इस बड़ी वारदात के तुरंत बाद अपराधियों ने कनखल एवं रानीपुर में चेन झपटमारी की कई घटनाओं को अंजाम दिया था। इन घटनाओं के खुलासे में भी पुलिस के दावे हवाई ही साबित हुए है। अफसरान के पास केवल वही रटा रटाया जवाब है कि जल्द ही घटनाओं को खुलासा कर दिया जाएगा।
26 लाख रुपए की लूट को भूल गई पुलिस, क्या हो गया है हरिद्वार पुलिस को
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