हरिद्वार कांग्रेस नगर निकाय चुनाव की जल्द होने की संभावनाओं को देखते हुए भाजपा और कांग्रेस ने अपनी तैयारियां शुरु कर दी है। कांग्रेस के जिला प्रभारी प्रकाश जोशी ने पिछले दिनों बैठक भी ली। हरिद्वार नगर निगम पर पिछले चुनाव में कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी, निर्वतमान मेयर अनीता शर्मा के पति अशोक शर्मा मेयर प्रत्याशी के लिए प्रबल दावेदारी कर रहे हैं। लेकिन सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस हरिद्वार में मेयर प्रत्याशी के लिए नया चेहरा लेकर आएगी।
यही नहीं कई जिन वार्डों में कांग्रेस प्रत्याशी जीते उनकी भी परफोरमेंस का आंकलन किया जा रहा है जिसके बाद कईयों के टिकट कटने की संभावना है। पार्टी के सूत्रों से ज्ञात हुआ कि इस बार चुनाव में नए चेहरों खासतौर पर युवाओं को मौका दिया जाएगा। किसी भी विवादित चेहरे को चुनाव से दूर रखा जाएगा।
क्या अशोक शर्मा को मिल पाएगा टिकट
हरिद्वार सीट सामान्य रहती है तो अशोक शर्मा निर्वतमान मेयर पति होने के चलते अपना टिकट मान रहे हैं। लेकिन, स्थानीय नेताओं से मिले फीडबैक के आधार पर पार्टी नए चेहरे को लोने का मन बना रही है। इस संबंध में कई दोवदारों के बायोडाटा भी क्रॉस चैक किए जा रहे हैं।
वर्तमान मेयर या उनके पति का टिकट काटने के पीछे कई वजह बताई जा रही है। जिसमें पांच साल के कार्यकाल में मेयर का पार्टी के नेताओं से तालमेल की कमी का होना और स्थानीय स्तर पर कार्यकर्ताओं से दूरी बनाने को वजह माना जा रहा है। हरिद्वार कांग्रेस
कांग्रेस महानगर अध्यक्ष अमन गर्ग ने बताया कि कांग्रेस हमेशा से साफ छवि के लोगों को टिकट देती रही है। इस बार भी अच्छे उम्मीदवारों का चयन होगा। किसका कटेगा किसका बचेगा इस बारे में मुझे जानकारी नहीं है। लेकिन, दावेदारी करने वालों में उत्साह है और पार्टी के पक्ष में माहौल है।
हरिद्वार कांग्रेस
कई पार्षदों पर भी लटकी तलवार
कांग्रेस के पार्षदों का भी यही हाल है। पार्टी के सीनियर नेताओं को पार्षदों की परफोरमेंस के बारे में बुरी खबरें मिली है। कईयों का फीडबैक तो इतना खराब है कि पार्टी पहले ही चरण में उन्हें टाटा बॉय बॉय कह सकती है। ज्वालापुर के पार्षदों का सबसे ज्यादा बुरा हाल है। सूत्रों की मानें तो मुस्लिम फंड घोटालों व अन्य विवादित मामलों से जुड़े नेताओं के नामों पर पार्टी विचार नहीं करेगी।
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