डेंगू बुखार का इलाज क्या है Dengue fever treatment dengue cases
रतनमणी डोभाल। डेंगू बुखार का इलाज क्या है
डेंगू को लेकर स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही हरिद्वार की जनता पर भारी पड रही है। हरिद्वार में डेंगू लगातार बेकाबू होता जा रहा है। बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग अभी भी सिर्फ कागजी कार्रवाई में मस्त है। उधर, सरकारी असप्तालों में व्यवस्थाएं ध्वस्त हैं। यहां मरीजों की ठीक से देखभाल नहीं हो रही है। ना ही उन्हें समुचित इलाज मिल रहा है। लिहाजा, स्थानीय लोगों में स्वास्थ्य विभाग के प्रति गुस्सा बढता जा रहा है।
अब तक कितने केस मिले डेंगू बुखार का इलाज क्या है
डेंगू के अब तक 91 केस मिल चुके हैं। जबकि संदिग्ध केसों की संख्या तीन सौ से अधिक हैं। ये वो हैं जो रिपोर्ट हुए हैं जबकि जो मामले रिकार्ड में नहीं आ रहे हैं उनकी संख्या और ज्यादा है। डेंगू के कन्फर्म केस का मतलब ये है कि इन मरीजों की एलाइजा जांच में डेंगू की पुष्टि हुई है। जबकि संदिग्ध मरीज वो होते हैं जो रैपिट ब्लड जांच में कन्फर्म हैं लेकिन उनकी एलाइजा जांच नहीं हुई है। अधिकतर मामलों में एलाइजा जांच नहीं होती है। लिहाजा स्वास्थ्य विभाग आंकडों का खेल खेल रहा है। 91 केस बताकर अपनी कागजी कार्रवाई पूरी कर रहा है। जबकि डेंगू के केस और मरीज बहुत ज्यादा है। जिनकी कोई बात नहीं कर रहा है।
कहां—कहां ज्यादा खतरा डेंगू बुखार का इलाज क्या है
स्वास्थ्य विभाग के आंकडों के अनुसार लक्सर नगर, रोहालकी बहादराबाद, कनखल, ज्वालापुर और हरिद्वज्ञर शहर के विभिन्न इलाकों में डेंगू के केस सामने आ रहे है। आने वाले दिनों में ये और ज्यादा बढने की उम्मीद है। लोगों को इससे भारी समस्या का सामना करना पड रहा है।
अस्पतालों में व्यवस्था ध्वस्त, ठेकेदार मौज में
वहीं अस्पतालों में व्यवस्थाएं पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। हरिद्वार के सरकारी जिला अस्पताल का हाल सबसे ज्यादा खराब है। यहां कहने को तो आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है लेकिन यहां मरीजों की सुध लेने वाला कोई नहीं है। अस्पताल में खुद इतनी गंदगी पसरी है कि वहां कोई जा भी नहीं सकता है। उधर, मरीजों केा मिलने वाली डायट यानी भोजन भी ठेकेदार डकार रहा है। नियमानुसार डायट भी नहीं दी जा रही है। अस्पतालों में काम चलाउ व्यवस्था है।
डेंगू से बचने के लिए क्या करें
डेंगू से बचने के लिए आपके पास एक ही तरीका है वो है बचाव। डेंगू का मच्छर घरों में होता है। इसलिए फ्रीज का पानी, कूलर का पानी, गमलों आदि का पानी साफ रखें और उसे हर तीन से चार दिन में बदलते रहे। चूंकि डेंगू का मच्छर साफ पानी में होता है। इसलिए बाहर के साथ—साथ घरों में सफाई रखने की ज्यादा जरुरत है। अगर बुखार आए, सिर में दर्द हो या फिर आंखों में तेज दर्द या शरीर पर लाल चकत्ते नजर आए तो सीधे डेंगू की जांच कराएं और डॉक्टर की सलाह पर इलाज शुरु करें। तरल पदार्थों का सेवन ज्यादा करें।