चंद्रशेखर जोशी।
चमोली में ग्लेश्यिर टूटने के बाद ऋषि पावर प्रोजेक्ट को भारी नुकसान हुआ है और बताया जा रहा है कि इसकी दो टनल में कई मजदूर फंसे हुए हैं। वहीं सात शवों को अभी तक बरामद किया जा चुका है। उधर, सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने खुद मोर्चा संभाला हुआ है और केंद्र ने भी सेना को राहत व बचाव के लिए लगा दिया है। देहरादून में प्रेस वार्ता में पत्रकारों को जानकारी देते हुए सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि चमोली में आई आपदा भीषण है। ये आपदा ग्लेशियर टूटने के कारण हुई है हालांकि इसके कारणों का पता लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आपदा से ऋषि पावर प्रोजेक्ट को नुकसान पहुंचा है। अभी तक करीब 28 लोग लापता है जबकि जो पुलिसकर्मियों के भी लापता होने की सूचना है। वहीं मृतकों को चार—चार लाख रुपए मुआवजे का ऐलान सीएम ने किया है।
उन्होंने बताया कि एनटीपीसी के प्रोजेक्ट में करीब 175 लोग काम कर रहे थे। रविवार के दिन अवकाश होने के कारण वहां कम लोग काम पर थे और एक टनल में करीब 15 व दूसरी टनल में करीब 35 लोग फंसे होने की खबर मिली है। टनल से मजदूरों को बाहर निकालने का काम किया जा रहा है। इसके लिए सेना और एनडीआरएफ की भी मदद ली जा रही है।
सीएम रावत ने बताया कि अभी तक सात शवों को बरामद किया जा चुका है। सीएम ने खुद रेणी गांव पहुंचकर हालात का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि एक पुल और चार झूला पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं। वहीं अभी तक हुए नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। सीएम रावत ने ये भी बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी का आपदा को लेकर दो बार फोन आया है और गृह मंत्रालय ने भी पूरी मदद की है और हर संभव मदद का भरोसा जताया है। वहीं सीएम ने कहा कि कुछ ग्रामीण भी लापता है। टीमें लगातार राहत और बचाव के कार्य में लगी है।
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मुकेश अंबानी ने भी किया फोन
वहीं आपदा को लेकर कारोबारी मुकेश अंबानी ने भी जानकारी ली और अपने स्तर से हर संभव मदद का भरोसा जताया है। वहीं गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रपति ने भी फोन कर जानकारी ली है। जबकि बिहार, गुजरात के सीएम ने भी हर संभव मदद का भरोसा दिया है।