विकास कुमार।
सत्यम ऑटो कंपनी के मजदूरों को वापस नौकरी पर रखने के लिए किए जाने वाले संयुक्त आंदोलन की प्रेस वार्ता करने आए भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए । कांग्रेस के नेता संजीव चौधरी और भाजपा के पार्षद नेता राजीव शर्मा और अनिरुद्ध भाटी पर की मौजूदगी में सरकार पर मजदूरों के शोषण करने का आरोप लगाया और स्थानीय प्रशासन पर कंपनी प्रबंधन के इशारे पर काम करने की बात कही तो भाजपा पार्षद राजेश शर्मा और अनिरुद्ध भाटी कांग्रेस नेताओं की बयानबाजी पर भड़क गए। दोनों पार्षदों ने कहा कि हम यहां मजदूरों के हितों को ध्यान में रखते हुए उनका समर्थन देने आए थे।
लेकिन यहां राजनीति की जा रही है इस को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार अच्छा काम कर रही है स्थानीय विधायक और जिलाधिकारी हरिद्वार ने मजदूरों के हितों को ध्यान में रखते हुए मजदूरों की समस्या को हल करने का प्रयास किया था। लेकिन कुछ कारणों से वह प्रयास अमल में नहीं आ सके। वही सत्यम ऑटो कंपनी के मजदूर संगठन के अध्यक्ष महावीर सिंह रावत ने बताया कि स्थाई मजदूरों को कंपनी प्रबंधन ने बिना किसी वजह के निकाल दिया और आज तक करीब 300 परिवार बेरोजगारी की कगार पर खड़े हैं। बच्चों के स्कूल से नाम कट गए हैं और सभी मजदूर भुखमरी की कगार पर आ गए हैं।
बावजूद इसके जिला प्रशासन चुप्पी साधे बैठा है उन्होंने जिलाधिकारी सी रविशंकर पर मौखिक आदेश देने की बात कही। लेकिन आज तक उसका आदेश का पालन नहीं हो पाया। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर काफी दिनों से धरना चल रहा है लेकिन जिलाधिकारी वह अन्य विभाग के अधिकारी मजदूरों की समस्या को गंभीरता से नहीं ले सके और ना ही समस्या का हल हो पाया। मजदूरों ने अब नए सिरे से आंदोलन करने का ऐलान किया है।