विकास कुमार।
डीजीपी अशोक कुमार ने शुक्रवार को हरिद्वार दौरे के दौरान प्रेस क्लब हरिद्वार में पत्रकारों के सामने संवाद कार्यक्रम में अपने विचार रखे। उन्होंने पुलिस को आम लोगों के मन से खाकी का खौम कम करने और बदमाशों के भीतर खाकी का खौफ पैदा करने की नसीहत दी। इस दौरान प्रेस क्लब के अध्यक्ष दीपक नौटियाल और महामंत्री धर्मेंद्र चौधरी ने डीजीपी अशोक कुमार का स्वागम किया। वहीं डीजीपी ने हरिद्वार की जनपद से भी संवाद कार्यक्रम किया और उनकी बातें सुनी व अपने जवाब दिएा।
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सर्वप्रथम गंगा सभा के महामंत्री श्री तन्मय वशिष्ठ द्वारा पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार का स्वागत करते अपना सुझाव रखा गया कि अभी तक हरिद्वार के स्टेकहोल्डर्स और स्थानीय लोगों में नोटिफिकेशन की तिथि को लेकर भृम की स्तिथि बनी हुई है, इस स्तिथि को स्पष्ट किया जाए और शाही स्नान पर्वों के अलावा जनवरी माह से शुरू होने वाले अन्य स्नान पर्वों की व्यवस्था भी विगत कुम्भ मेलों की तरह ही की जाए और हर की पैड़ी पर श्रद्धालुओं के आने-जाने पर कोई रोक टोक ना लगाई जाए और इस प्रकार की व्यवस्था की जाए कि स्थानीय लोगों को भी परेशानी का सामना न करना पड़े।
गंगा सभा अध्यक्ष प्रदीप झा द्वारा भी तन्मय वशिष्ठ की बात को आगे बढ़ाते हुए सभी स्नानों को कुम्भ स्नान की तरह ही आयोजित किये जाने की बात कही। साथ ही साथ कहा गया कि आने वाले श्रद्धालुओं को जागरूक और सूचित किया जाए कि वे हर की पैड़ी पर स्नान हेतु आते समय अपने जूते चप्पल उतार कर आये। प्रदीप झा द्वारा हाईवे पर बने मार्ग में हर की पैड़ी आने के लिए कोई कट अथवा रास्ता नही होने की जानकारी भी दी गई।
सतपाल ब्रह्मचारी द्वारा सुझाव दिया गया कि कुम्भ मेले की व्यवस्था के दौरान अखाड़ों के साथ-साथ व्यापारी, तीर्थ पुरोहित समाज और हरिद्वार के स्थानीय लोगों का भी ख्याल रखा जाए।
सुनील शेट्टी व्यापार मंडल अध्यक्ष द्वारा कहा गया कि कुम्भ मेला स्नान पर्वों के दौरान श्रद्धालुओं को बाजारों में जाने से ना रोका जाए ताकि व्यापारियों को भी कुम्भ का कुछ लाभ प्राप्त हो सके। डॉ धीरज सिंघल द्वारा राय दी गई कि पोस्ट ऑफिस से लेकर हर की पैड़ी तक एकल मार्ग व्यवस्था कर दी जाए। अभी की व्यवस्था से जीरो जोन में व्यवसाय करने वाला व्यापारी लाभान्वित नहीं हो पाता है, नैनीताल मसूरी की तरह एकल यातायात व्यवस्था बनाई जाए।
संजय अग्रवाल महामंत्री व्यापार मंडल द्वारा कहा गया कि स्नान पर्व पर बाजार में आने जाने पर श्रद्धालुओं पर नियमों की ज्यादा सख्ती न कि जाए, श्रद्धालुओं को बाजार मे सुगम आवागमन व्यवस्था दी जाए। प्रमोद झा व्यापार मंडल ने राय दी कि जनता के प्रति पुलिस का व्यवहार उच्च अधिकारीगण से लेकर निचले स्तर तक मित्रवत रहे।
डी एस मान ट्रांसपोर्टेशन अध्यक्ष द्वारा सलाह दी गई कि जो भी ट्रैफिक प्लान हो उसके बारे में पूर्व से जानकारी दे दी जाए।
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डीजीपी अशोक कुमार ने दिए जवाब
डीजीपी महोदय द्वारा उक्त सुझावों के जवाब में कहा गया कि आगामी कुंभ मेला में जो भी व्यवस्था बनाई जाए वह सभी के हितों को ध्यान में रखते हुए बनाई जाएगी। इसके अलावा जो भी पुलिस और यातायात व्यवस्था बनाई जाएगी उसका व्यापक प्रचार प्रसार सोशल मीडिया, प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से किया जाएगा, ताकि सम्पूर्ण कुम्भ मेला व्यवस्था की जानकारी देश के कोने कोने तक पहुंच सके।
राजन मेहता जिला युवा युवा व्यापार मंडल अध्यक्ष ने कहा कि हरिद्वार के बाहरी क्षेत्र से नोकरी, पंडा गिरी एवं अन्य व्यवसाय के लिये आने वाले लोगों के लिये कारगर पास सिस्टम बनाया जाए। ज्वालापुर मंडी आने वाली सब्जी की गाड़ियों को भी आने दिया जाए।
डीजीपी महोदय द्वारा कहा गया कि जो भी आवश्यक सेवायें हैं उनके लिए अलग से आवागमन की व्यवस्था की जाए।
कैलाश जी द्वारा कुम्भ मेले के दौरान वीवीआईपी लोगों का आवागमन कम से कम रखने का सुझाव दिया गया और साथ ही साथ मार्गों पर सही निर्देशों वाले साइन बोर्डों को लगाए जाने की आवश्यकता बताई।
रेलवे के माध्यम से आने जाने वाले लोगों को होल्ड करने के लिये रोडवेज बस अड्डे के प्रांगण का प्रयोग किये जाने का सुझाव भी प्राप्त हुआ। डीजीपी महोदय द्वारा उठाए गए सभी बिंदु उपयोगी बताएं और निर्देश दिया कि भविष्य में एनएचआई के अधिकारियों होने वाली जूम मीटिंग में कुछ स्टेकहोल्डर्स को भी सम्मिलित किया जाए।
आशीष पंडित ऑटो रिक्शा यूनियन अध्यक्ष द्वारा कहा गया कि कुंभ मेला स्नान पर्व के दौरान ऑटो रिक्शा विक्रम आदि का संचालन बन्द न किया जाय बल्कि उनके लिये रुट निर्धारित किया जाए और रुट के अनुसार किराया निर्धारित किया जाए। पंकज द्वारा बताया गया कि जो भी यात्री आता है सबसे पहले अपने लिये होटल में निवास पक्का करता है और होटल स्वामी से ही पता करता है कि किस दिन आना सही रहेगा, किस रास्ते से जाना सही रहेगा। इस प्रकार होटल स्वामी पुलिस के अच्छे संदेश संदेशवाहक साबित हो सकता है, कुम्भ सम्बंधित सूचनाओं के प्रसारण के लिये इनका उपयोग किया जाना चाहिए। सत्यापन सम्बंधित काम भी गहनता से किया जाए।
सुरेश गुलाटी जी द्वारा बताया गया कि कुंभ के दौरान बनाए जाने वाली यातायात योजना को यदि अचानक से बदलना पड़े तो इसकी सूचना मुख्य मुख्य स्टेकहोल्डर्स के पदाधिकारियों को दे दी जाए ताकि वे समय से सूचना को आगे प्रसारित कर सकें। बाजार में माल लाने ले जाने का समय निश्चित कर सही जगह पर बैनर लगा दिया जाए ताकि व्यापारियों और पुलिस के मध्य भृम या टकराव की स्थिति ना बने पाए।
संदीप शर्मा जी द्वारा सुझाव दिया गया कि मेला अस्पताल को कॉविड सेंटर से मुक्त किया जाए। संजीव नैयर जी द्वारा सुझाव दिया गया कि कुम्भ के दौरान व्यवस्थाओं बनाते समय स्थानीय नागरिकों, स्टेकहोल्डर्स, जनप्रतिनिधियों एवं अन्य जिम्मेदार लोगों का सहयोग लेकर सर्व हितकारी योजना बनाई जाए। विजय शर्मा पार्षद द्वारा आगामी कुम्भ में श्रद्धालुओं के बड़ी संख्या में आने का अनुमान जताया और उसी अनुसार पुलिस व्यवस्था किये जाने की सलाह दी।
कमल बृजवासी युवा व्यापार मंडल अध्यक्ष द्वारा कुंभ के दौरान कोई दुर्घटना ना होने पाए इसलिए कोई टीम बनाकर दुर्घटना के कारणों की जानकारी करने का सुझाव दिया गया। सत्यनारायण शर्मा ऑटो रिक्शा विक्रम चालक एसोसिएशन द्वारा स्नान पर्व के दौरान ऑटो रिक्शा विक्रम को स्ट्रैंड दिया जाने की बात कही।
आईजी महोदय द्वारा अपने संबोधन में डीजीपी महोदय के मार्गदर्शन में कुंभ मेले की उत्तम व्यवस्था बनाने और सकुशल, सुरक्षित कुम्भ कराने का आश्वासन दिया गया। जन संवाद के अंत मे डीजीपी महोदय द्वारा अपने संबोधन में सर्वप्रथम सभी को आश्वाशन दिया गया कि कुम्भ मेले के दौरान सभी स्नान आयोजित कराए जाएंगे।
कुम्भ का कोई भी स्नान प्रतिबंधित नही होगा लेकिन प्रतिबन्धों (कोरोना) सहित आयोजित होगा और जो भी व्यवस्था में बनाई जाएगी उसका व्यापक और विस्तृत प्रचार-प्रसार सोशल मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, प्रिंट मीडिया एवं अन्य माध्यमों से हरिद्वार सहित देश-प्रदेश के कोने कोने तक कराया जाएगा। जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान उठाए गए सभी उपयोगी बिंदुओं के बारे में विस्तार पूर्वक विचार-विमर्श और मंथन करके सर्व हितकारी कुम्भ व्यवस्था बनाई जाएगी। इसके अलावा आप सभी स्टेकहोल्डर्स से अपेक्षा रहेगी कि वे कुंभ व्यवस्थाओं के साथ-साथ सुरक्षा व्यवस्थाओं में भी पुलिस का सहयोग करें और कोई भी संदिग्ध गतिविधि, सामान या व्यक्ति की जानकारी होने पर तत्काल कुम्भ पुलिस को सूचित करें। साथ ही साथ सभी से ये भी अपेक्षा रहेगी कि शाही स्नान पर्वों के अवसर पर आप लोग अपना-अपना हित पीछे रख कर शाही स्नान पर्व को पुलिस के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सफल, सुरक्षित और सुखद बनाने में अपना अमूल्य योगदान करेंगे।