चंद्रशेखर जोशी/अतहर अंसारी।
करोडों रुपए लेकर फरार होने वाले मुस्लिम फंड संचालक अब्दुल रज्जाक से अलग होकर उसके पूर्व साथियों के दूसरे मुस्लिम फंड की हालत भी खस्ता हो गई है। पिछले कई दिनों से खाताधारक लगातार पैसा निकाल रहे थे। लेकिन रविवार को बंद रहने के बाद सोमवार को खाताधारकों की भारी भीड पैसा निकालने के लिए उमड पडी। वहीं मंगलवार को मुस्लिम फंड संचालकों ने मुस्लिम फंड बंद कर दिया और दो दिनों तक बंद रहने का नोटिस चस्पा कर दिया। वहीं महिलाएं बडी संख्या में पैसा निकालने के लिए सुबह से ही जमा है। उधर बताया जा रहा है कि मुस्लिम फंड के पास कैश नहीं बचा है और कैश का बंदोबस्त करने के लिए ही दो दिनों के लिए बंद किया गया है।
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दस हजार से अधिक खाताधारक हैं, जमा हैं करोडों लेकिन कहां गया पैसा
सूत्रों के मुताबिक गुलशन—ए—निधि फंड जो पहले सोसायटी के अधीन गैरकानूनी तरीके से मुस्लिम फंड की आड में चल रहा था के पास वर्तमान में करीब दस हजार खाताधारक है। जिनके करोडों रुपए जमा है। रज्जाक का मुस्लिम फंड भागने के बाद लगातार इस मुस्लिम फंड से लोग पैसा निकाल रहे हैं। लेकिन अब मुस्लिम फंड संचालकों की हालत खस्ता हो गई है। सूत्रों के मुताबिक इनके पास पैसा नहीं बचा है। बताया जा रहा है कि शहर के कुछ रईसों को पैसा दिया गया है तो कुछ की प्रोपर्टी में लगाया गया है। अब वहां से पैसा आ नहीं रहा है। लिहाजा, लोगों को पैसे देनें में दिक्कतें हो रही है। यही नहीं अभी तक जो लोगों को पैसा दिया गया वो भी जमा पैसे से कम दिया गया। फिलहाल लोग इंतजार में हैं कि उनका पैसा वापस मिल जाए।
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कांग्रेसी पार्षद कर रहा है पैरवी
वहीं मुस्लिम फंड सोसायटी को चलाने में भागीदार रहा क्षेत्र का एक कांग्रेसी पार्षद मुस्लिम फंड संचालकों की पैरवी कर रहा है। इस संबंध में पार्षद ने पुलिस से भी संपर्क किया था कि लोग लगातार पैसा निकाल रहे हैं। लेकिन वहां से कोई मदद नहीं मिल पाई। रज्जाक के मुस्लिम फंड के भागने के बाद अब लोगों का विश्वास उठ गया है और लोग पैसा निकालने पर आमदा है। वहीं दूसरे ओर शहर के जिम्मेदार और रईसों ने हाथ पीछे खींच लिए हैं।