city hospital haridwar no facility in emergency condition alleged traders

सिटी अस्पताल को ‘इलाज’ की जरुरत, हादसे की संभावना, व्यापारियों ने सिस्टम को कोसा, बंद की मांग


रतनमणी डोभाल/विकास कुमार।
शहर के दिल चंद्राचार्य चौक पर सुपर काम्पलेक्स में अवैध तरीके से बने सिटी अस्पताल को दुरुस्त करने और हादसे की संभावनाओं को देखते हुए व्यापारियों ने अस्पताल प्रबंधन पर तुरंत कार्रवाई की मांग की है। यही नहीं जब तक अस्पताल में व्यवस्था ठीक ना हो जाए तब तक अस्पताल में मरीजों को भर्ती करने पर रोक लगाने की मांग की है। व्यापारियों ने अवैध निर्माण और अव्यवस्थाओं को लेकर जिला प्रशासन को कोसा और दबाव में काम करने का आरोप भी लगाया। city hospital haridwar no facility in emergency condition alleged traders

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80 बेड के अस्पताल में नहीं है पर्याप्त सुविधाएं
व्यापारियों ने अस्पताल में मरीजों की सुरक्षा से जुडी सुविधाएं ना होने के बावजूद अस्पताल का अंदर ही अंदर विस्तार करने का आरोप लगाते हुए प्रेस वार्ता की। पीडित व्यापारी जयपाल सिंह ने कहा कि अस्पताल के पास आग या अन्य कोई दुर्घटना होने पर मरीजों को सुरक्षित निकालने की कोई व्यवस्था नहीं है। 80 बेड के अस्पताल में मात्र आठ फुट चौडा गेट है जहां से अंदर और बाहर आया जा सकता है। जबकि अस्पताल को अंदर ही अंदर बढाया जा रहा है। कोई भी दूसरा या वैकल्पिक रास्ता नहीं छोडा गया है। इसके अलावा आग बुझाने के भी पर्याप्त संसाधन नहीं है। अस्पतला मरीजों की जान से खिलवाड कर रहा है इसलिए जब तक व्यवस्था ना हो अस्पताल केा बंद कर देना चाहिए।

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नक्शे के विपरीत कर रहे निर्माण
व्यापारियों ने आरोप लगाया कि सिटी हास्पिटल के मालिक ने काम्पलेक्स की छतों पर जाने वाले चार रास्तों में से तीन को पूरी तरह बंद कर दिया व इसके साथ ही वहां लगे फायर सिस्टम के पानी के टैंक को भी नष्ट कर दिया गया है। एचआरडीए को दिए पत्रा मेे दुकानदारों ने बताया कि लगभग 32 वर्ष पुराने यह सुपर काम्पलेक्स है। वर्तमान में चार मंजिल के लिए उपयुक्त नहीं है, लेकिन पिफर भी चौथी मंजिल पक्की बनाकर हास्पिटल का विस्तार किया गया इतना ही नहीं कांप्लेक्स का दूसरा तल जो आवासीय है, उस पर भी हास्पिटल बनाकर व्यवसायिक कर दिया गया है। सुपर काम्पलेक्स के व्यापारियों का आरोप है कि पहली मंजिल, गेलरियों एवं सामने की बालकनी को भी अवैध रूप से बंद कर दिया गया है। इसकी अनुमति एचआरडीए से नहीं है बावजूद इसके काम किया जा रहा है।

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क्या बोले अस्पताल के मालिक डा. एसके कपूर
वहीं अस्पताल के एक मालिक डा. एसके कपूर ने भी प्रेस वार्ता की और व्यापारियों पर जबदन दबाव बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हमारे पास पूरी अनुमति है और व्यापारी अपने निजी स्वार्थ के लिए परेशान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि व्यापारी उनसे अनैतिक और अनुचित मांग कर रहे हैं।

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