चंद्रशेखर जोशी।
चमोली के जोशीमठ में ग्लेशियर फटने के बाद आए सैलाब का असर पर्वतीय इलाकों के साथ—साथ मैदानी इलाकों में भी देखने को मिलेगा। हालांकि, मैदानी क्षेत्रों में आते—आते पानी की रफ्तार बहुत ना के बराबर होगी और इसकी मात्रा भी बहुत कम होगी। उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के अनुसार हरिद्वार में रात करीब आठ बजे तक सैलाब का पानी पहुंचेगा। सिंचाई विभाग के एसडीओ अनिल निमेश ने बताया कि मुख्य गंगा में करीब पांच से छह लाख क्यूसेक पानी की क्षमता है जबकि, जो पानी हरिद्वार पहुंचेगा वो सिर्फ 21 हजार क्यूसेक के करीब होगा। इसलिए कुछ भी घबराने की बात नहीं है। उन्होंने बताया कि हमने जिला प्रशासन को पहले भी सूचित कर दिया है और उपरी गंगनहर व हरकी पैडी क्षेत्र में जाने वाले पानी को एहतियातन रोक दिया है।
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प्रशासन ने हरकी पैडी क्षेत्र के घाट खाली कराये
वहीं हरकी पैडी पर गंगा का पानी बंद करने के बाद प्रशासन ने घाटों को खाली करा दिया है। वहीं घाटों पर मौजूद लोगों व अन्य कर्मचारियों को भी वहां से हटा दिया गया है। हालांकि, सिंचाई विभाग के एसडीओ अनिल निमेश ने बताया कि चूंकि उपर से आने वाले पानी की मात्रा कम है और हम हरकी पैडी क्षेत्र में पानी की सप्लाई दोबारा सुचारु करने पर विचार कर रहे हैं, जल्द ही इस पर निर्णय लिया जा सकता है। वहीं जिलाधिकारी सी रविशंकर ने बताया कि फिलहाल हालात सामान्य है और जो हमें रिपोर्ट मिली है उसके अनुसार पानी रात आठ बजे तक आएगा लेकिन पूरी स्थिति कंट्रोल में रहेगी।
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गंगा के तटीय इलाके खाली कराए
वहीं जिला प्रशासन ने एहतियात के तौर पर पथरी और लक्सर के तटीय इलाके खाली करा लिए है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा है। रात को पानी निकलने के बाद दोबारा उन्हें उनके घरों में भेज दिया जाएगा। वहीं दूसरी ओर गंगा किनारे बसे लोगों को वहां से हटा दिया गया है, ये लोग झोपडियां डालकर रह रहे थे।
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कुंभ के कार्य बंद कराए
वहीं जिला प्रशासन ने कुंभ के लिए किए जा रहे कामों को रुकवा दिया है और मजदूरों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया है। जिलाधिकारी सी रविशंकर ने बताया कि कुंभ के जो भी काम गंगा की मुख्य धारा में किए जा रहे हैं उनको बंद करा दिया गया है। इन सभी को पानी निकलने के बाद दोबरा शुरु करा दिया जाएगा।