विकास कुमार।
चुनाव में नेता रोज नए रंग बदलते हैं। इसी तरह हरिद्वार शहर में हरिद्वार मेयर अनीता शर्मा पर उषा ब्रेको में भ्रष्टाचार पर हमलावर होने वाले कांग्रेस के प्रत्याशी सतपाल ब्रह्मचारी का दिल चुनाव के चलते पसीजा हुआ है। पहले कद्दू कटा सबमें बटा कहकर तंज कसने वाले सतपाल ब्रह्मचारी कह रहे हैं पहले मैं सोचता था कि अशोक शर्मा यूं ही खामखां हल्ला करते घूम रहे हैं लेकिन अब उनकी पीडा मुझे समझ में आ रही है।
गौरतलब है कि हरिद्वार कांग्रेस के दिग्गज नेता सतपाल ब्रह्मचारी के चुनाव से नदारद हैं सिर्फ अशोक शर्मा और अनीता शर्मा ही घूम रहे हैं। ऐसे में ब्रह्मचारी के पास पसीजने के अलावा कोई चारा नहीं था, लिहाजा उन्होंने पुराने आरोपों को दरकिनार कर अशोक शर्मा और मेयर अनीता शर्मा की तारीफ करना उचित समझा। वहीं अचानक आए इस बदलाव के बाद लोग चुटकी ले रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक मेयर अनीता शर्मा और अशोक शर्मा टिकट की रेस में थे लेकिन उनकी छवि इस तरह से पेश की गई कि उनकी जगह सतपाल ब्रह्मचारी टिकट लेने में कामयाब हो गए। वहीं हरीश रावत से उषा ब्रेको में मामले उनकी नाराजगी भी कहीं ना कहीं सतपाल के टिकट का कारण बन गई। हालांकि अब मेयर अनीता शर्मा और अशोक शर्मा उनके साथ थे लेकिन किस स्तर तक ये देखने वाली बात है। क्योंकि सतपाल ब्रह्मचारी ने भी पूरे प्रचार में मेयर अनीता शर्मा की तस्वीर या उनके नाम का बहुत ज्यादा प्रयोग नहीं किया या कहें कि ना के बराबर किया है।
कनखल निवासी अमित गुप्ता ने बताया कि राजनीति में सतपाल ब्रह्मचारी भ्रष्टाचार और सुचिता की बात करते हैं। लेकिन क्या वो अब कद्दू कटा सबमें बटा वाले अपने स्टैंड से पीछे हट गए हैं। या फिर उन्होंने झूठे आरोप लगाकर हरिद्वार की मेयर अनीता शर्मा और अशोक शर्मा सहित पार्षदों को बदनाम करने का प्रयास किया।
मध्य हरिद्वार निवासी अनिल कुमार ने बताया कि हालांकि चुनाव में पुराने गिले शिकवे मिटाने पडते हैं लेकिन जब आपको पता है कि चुनाव लडना है और आपको दूसरे कांग्रेसियों की जरुरत पडेगी तो बिना सबूत के इस तरह के आरोप अपनी ही पार्टी की मेयर पर नहीं लगाने चाहिए। खैर अशोक शर्मा ने भी इस मामले में सतपाल ब्रह्मचारी को घेरा था और उन पर भी नगर पालिका के कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार के आरोप लगा दिए थे।
खबरों को वाट्सएप पर पाने के लिए हमे मैसेज करें : 8267937117