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हरिद्वार के सबसे व्यस्तम और वीआईपी इलाके और मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद के आवास से चंद कदम दूर मोरा तारा ज्वैलर्स की दुकान में बदमाशों ने दिन दहाडे हरिद्वार के इतिहास की सबसे बडी डकैती को अंजाम दे दिया। जबकि शंकर आश्रम के जिस इलाके में डकैती हुई वहां चारों ओर चौराहों पर सीपीयू और पुलिस की टीमें मुस्तैद रहती है। बावजूद इसके बदमाश निकल भागने में कामयाब हो गए। वहीं फिलहाल पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया है। जबकि कोतवाल को सात दिन के भीतर वारदात का खुलासा करने के लिए समय दिया है। वहीं व्यापारियों ने डकैती को लेकर शुक्रवार को बैठक बुलाई है जिसमें आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी।
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करीब दो करोड से ज्यादा की डकैती
पुलिस के मुताबिक पांच से छह हथियारबंद बदमाशों ने दुकान में प्रवेश किया। चौकीदार ने जब उनको हाथ सेनेटाइज करने के लिए कहा तो उन्होंने गार्ड को बंधक बना लिया और हाथ पांव बांध दिए। इसके बाद उन्होंने पूरी दुकान के रखे सोने के जेवरात लूट लिए। घटना करीब तीन बजे की है। वारदात को अंजाम देेने के बाद बदमाश आसानी से फरार भी हो गए। बाद में पुलिस पहुंची और नाकेबंदी की लेकिन तब तक बदमाश रफूचक्कर हो चुके थे। करीब दो करोड से अधिक के जेवरात बदमाश लूट कर चलते बने। व्यापारी नेता संजीव नैयर ने बताया कि पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खडे हो रहे हैं। पुलिस और सीपीयू सिर्फ चालान काटने में लगी है और शहरवासियों का शोषण कर रही है। जबकि बदमाशों को पकडने में पुलिस नाकाम साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को रणनीति बनाई जाएगी, जिसमें आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी।