विकास कुमार।
सराय स्थित कचरा प्लांट में पडा करीब साठ हजार मीट्रिक टन कचरा अब स्थानीय लोगों के जीवन में बाधा नहीं बनेगा। इस कचरे को चार माह के भीतर डिस्पोजल कर खत्म कर दिया जाएगा। नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती ने इसके लिए प्लान तैयार किया था जो सोमवार से जमीन पर उतर आया है।
गौरतलब के कचरे के कारण प्लांट के आस—पास रहने वाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड रहा था। वहीं दूसरी ओर यहां के रहने वाले लडकों की शादी भी कचरा प्लांट के कारण नहीं हो पा रही थी। जो भी रिश्तेदार आता था वो कचरे से उठ रही बदबू को देखकर चला जाता था।
जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय ने कचरे को हटाने वाले अभियान का शुभारंभ किया। नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती ने कहा कि कचरे का निस्तारण वैज्ञानिक तरीके से किया जाना था। लेकिन पूर्व में ऐसा संभव नहीं हो पाया। लेकिन हमने एक रणनीति के तहत काम किया और अत्याधुनिक मशीनों के सहारे प्लांट को फिर से चालू कर दिया। जो मशीन लगाई गई है वो प्रति घंटा 80 मिट्रिक कचरे का निस्तारण करेगी। उन्होंने कहा कि इस कचरे से तीन तरह की चीजें निकलेगी। एक आरडीएफ होगा जिसे बरेली की कंपनी को दिया जाएगा। इसके अलावा कम्पोस्ट निकलेगा जिसे खाद बनाने में काम में प्रयोग में लाया जाएगा। जबकि निकलने वाले इनर्ट का भी निस्तारण किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि चार माह में ये कचरा साफ कर दिया जाएगा। इसके अलावा रोज जमा होने वाले कचरे का भी निस्तारण किया जाएगा। इस मौके पर जिलाधिकारी ने श्री संजीव, सुश्री काजल, श्री राजू सत्यपाल आदि को ’’पर्यावरण मित्र सम्मान’’ से सम्मानित किया। कार्यक्रम में मेयर अनीता शर्मा, एसएनए तनवीर मारवाह आदि अधिकारी उपस्थित रहे।




