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पंजाबी महासभा में बगावत: जिलाध्यक्ष ने दिया इस्तीफा, आरएसएस—भाजपा बनी कारण, पढ़िए पूरा इस्तीफा


विकास कुमार/बिंदिया गोस्वमाी।
उत्तरांचल पंजाबी महासभा के एक गुट के जिलाध्यक्ष ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे में संगठन के पदाधिकारियों पर पंजाबी समाज की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए भाजपा और आरएसएस के एजेंडे पर काम करने का आरोप भी लगाया है। वहीं रूडकी जिलाध्यक्ष करमजीत सिंह खोखर के इस्तीफे देने के बाद रूडकी की पूरी कार्यकारिणी भंग हो गई हैं। उधर, पंजाबी महासभा के प्रदेश महामंत्री सुनील अरोडा ने बताया कि संगठन समाज के लिए काम रहा है और उनके पद छोडने के जो भी कारण रहा हो। लेकिन हमारी दुआएं हैं कि वो तरक्की करें और समाज के लिए काम करते रहें।

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क्या लिखा नोटिस में
मैं करमजीत सिंह खोखर जिस दिन से उत्तरांचल पंजाबी महासभा रुड़की का जिला अध्यक्ष बना तब से मैंने बड़ी निष्ठा के साथ संगठन और समाज के लिए दिन रात मेहनत करके जिले में संगठन को एक नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने का काम किया लेकिन जिस सोच को जिस पंजाबियत की वजह से मैं इस संगठन के साथ जुड़ा और जिला अध्यक्ष का पद मैंने स्वीकार किया था वह पंजाबियत
मुझे इस संगठन में कहीं नहीं नजर आई,,, नजर आया तो सिर्फ भाजपा के प्रति प्यार और आरएसएस द्वारा व्हाट्सएप पर दिया जा रहा ज्ञान, जिसे की उत्तरांचल पंजाबी महासभा के व्हाट्सएप ग्रुप के द्वारा बड़े जोर शोर से बढ़ावा दिया जा रहा है. जितनी मेरी बर्दाश्त की सीमा थी मैंने की. यह देखकर बहुत अफसोस होता है बहुत दिल दुखी है कि जिस पंजाबियत के नाम से यह संगठन बना वह अब इस संगठन में कहीं दूर दूर तक नजर नहीं आती. अब इस संगठन में नहीं रही है. पंजाबियों के लिए ही कुछ नहीं हो रहा. इस बात का मुझे बहुत अफसोस है हम पंजाबियत को छोड़कर मठों तक सीमित हो गए हैं. उत्तरांचल पंजाबी महासभा आज की तारीख में पंजाबियत के लिए कामना करके साफ प्रतीत होता है कि आर एस एस और भाजपा जैसे संगठनों के लिए काम कर रही है. कोई एक अल्फाज हमारे प्रदेश नेतृत्व द्वारा पूरे 1 साल में किसानों के फेवर में नहीं बोला गया. हर जगह पंजाबियत को नीचा दिखाने की कोशिश की ऐसी परिस्थितियों में इस संगठन में बने रहना मेरे लिए बहुत मुश्किल हो चुका है. क्योंकि मैं पंजाबियत के लिए तो काम कर सकता हूं लेकिन मैं किसी गुट वा किसी राजनीतिक पार्टी के तलवे चाटने का काम मैं नहीं कर सकता और किसी मंत्री संत्री के इशारे पर इशारे पर डमरु बनकर नहीं बज सकता, अतः आज मैं करमजीत सिंह खोखर अपने जिला रुड़की की कार्यकारिणी को भंग करते हुए अपने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहा हूं और मुझे उम्मीद है मेरा यह इस्तीफा आप सहर्ष स्वीकार करेंगे.

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