बिंदिया गोस्वामी।
लखनउ उत्तर प्रदेश की नाबालिग किशोरी के साथ हैवानियात की हदें पार करने वाली शिप्रा पालीवाल के चक्कर में हरिद्वार के नामी दवा कारोबारी शशांक पालीवाल के खिलाफ ज्वालापुर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। दोनों की जल्द ही गिरफ्तारी हो सकती है। वहीं बताया जा रहा है कि किशोरी के माता—पिता का देहांत हो चुका है जिसके बाद लखनउ की ही रहने वाली शिप्रा पालीवाल अच्छी तालीम देने के बहाने किशोरी को हरिद्वार ले आई थी लेकिन ना तो यहां उसका स्कूल में एडमिशन कराया गया और ना ही उसको अच्छी तरह से रखा गया। बल्कि दो सालों से बंधक बनाकर काम कराने के अलावा किशोरी को तरह—तरह की यातनाएं दी गई, जिसमें उसके बाल भी काट दिए गए, ताकि खाने में बाल ना गिरे। पुलिस ने दोनों के खिलाफ ज्वूनाइल जस्टिस एक्ट और अन्य संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
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आरोपी की खुद हैं दो लडकियां
सबसे हैरान करने वाली बात ये है कि पीडिता के साथ हैवानियात करने वाली आरोपी शिप्रा की दो बेटियां हैं। लेकिन एक अनाथ बच्ची के साथ दरिंदगी की सभी हदें पार करने पर शिप्रा और उनके पति शशांक पालीवाल का दिल नहीं पसीजा। पुलिस के मुताबिक किशोरी को पीटा गया और उनके साथ मारपीट की गई। यही नहीं किशोरी के बाल खाने में ना गिरे इसके चलते किशोरी के बाल भी काट दिए गए। यही नहीं किशोरी का ना तो किसी स्कूल में दाखिला कराया गया और नहीं कभी स्कूल भेजा। वहीं पुलिस ने बताया कि किशोरी के माता—पिता के देहांत के बाद किशोरी को उसके चाचा ने शिप्रा के हवाले कर दिया था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।