Motion Coaching Centre in Haridwar

Motion Coaching Centre in Haridwar मोशन ही क्यों, प्रसिद्ध शिक्षक एनवी सर ने किया एक्सप्लेन

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Motion Coaching Centre in Haridwar

रतनमणी डोभाल। Motion Coaching Centre in Haridwar
इन दिनों प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने वाले कोचिंग संस्थानों की संख्या में वृद्धि हुई है। ऐसे में बच्चों और उनके परिजनों के लिए भी अच्छा कोचिंग संस्थान तलाशना आसान नहीं है। वहीं हरिद्वार में मोशन एजुकेशन का प्रमोशन करने आए मोशन एजुकेशन के फाउंडर और सीईओ नितिन विजय ने प्रेस वार्ता कर संस्थान के बारे में ज्यादा जानकारी दी।


उन्होंने कहा कि मोशन सिर्फ पैसा कमाने वाले कोचिंग संस्थान नही है। क्योंकि इसे सिर्फ शिक्षा के स्तर में आमूलचूल परिवर्तन लाने और प्रतियोगिता के दौर में छात्रों को और ज्यादा निखारने के मकसद से की गई है। उन्होंने कहा कि मैं आज भी क्लासेस लेता हूं और कोटा सहित देश के विभिन्न केंद्रों में अब तक लाखों बच्चों को जेइई और नीट की तैयारी करवा चुके हैं। Motion Coaching Centre in Haridwar

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उन्होंने कहा कि मोशन हमेशा बच्चों के सेलेक्शन पर जोर देता है ना कि बेस्ट रैकिंग पर। इसलिए हमारा सेलेक्शन प्रतिशत बहुत अच्छा है, जो दूसरे कोचिंग संस्थानों के मुकाबले बहुत ज्यादा है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के लिए भी हम आनलाइन कोर्स चलाते हैं जबकि जो संस्थान में कोचिंग करना चाहते हैं उनको भी स्कालरशिप देते हैं। इसके अलावा लॉटरी सिस्टम से पूरी तरह शिक्षा को ​मुफ्त रखा गया है। Motion Coaching Centre in Haridwar


उन्होंने कहा कि कहा कि किसी भी काॅम्पीटिटिव एग्जाम में सफलता के लिए सही स्टेªेटजी जरूरी है। पत्रकारो से वार्ता करते हुए नितिन विजय ने कहा कि मोशन एजुकेशन 17 सालों में लाखों बच्चों को जेईई और नीट की तैयारी करवा चुका है। कोटा में बच्चों के सलेक्शन के लिए अनुभवी फैकल्टीज से पाठ्यक्रम पूरा करवाकर अपडेट अध्ययन सामग्री और टेक्नोलाॅजी सपोर्ट दी जाती है। यह सुविधा अब हरिद्वार में भी उपलब्ध है। यहां डाउट क्लीयर कर नियमित रूप से टेस्ट करवाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि यह शानदार सिस्टम तभी रिजल्ट देता है जब स्टूडेंट नियमित रूप से कक्षा में आएं। होमवर्क समय पर पूरा करे।

बैकलाॅग नहीं बनने दे। रोजाना कोचिंग सहित 12 से 15 घंटे अध्ययन करें। विद्यार्थियों को शिक्षक पर पूरा भरोसा करना चाहिए। शिक्षक को पता होता है कि वह किस तरह से ज्ञान प्रदान करेगा। आत्मविश्वास, ईमानदारी से छात्रों को आगे बढ़ने की आवश्यकता है। इस दौरान संस्थान के निदेशक रोहित कपूर और पारुल जैन भी उपस्थित रहे।

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