illegal mining is going on in ravasan river in haridwar

अवैध खनन: भाजपा नेता की भूमिका चर्चा में, मंत्री से क्यों नाराज हुए स्थानीय, क्या बोले मंत्री


केडी/विकास कुमार।
कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद के विधानसभा क्षेत्र हरिद्वार ग्रामीण में खनन पट्टे की आड़ में वन विभाग की भूमि से लेकर रवासन नदी में करीब पच्चीस फुट गहरे गड्ढे खोदकर खनिज सामग्री निकाल ली गई। भाजपा का ही एक मंडल अध्यक्ष इस अवैध खेल का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है और पिछले कई दिन से रोजाना दो सौ वाहन निकाले जा रहे हैं, ऐसे में करोड़ों की रकम के वारे—न्यारे होने की बात से इंकार नहीं कर सकते है। मौजूदा सरकार में कद्दावर मंत्रीके क्षेत्र में खनन का खेल होने पर कुछ अलग मामला नजर आ रहा है।
भाजपा के एक पूर्व मंडल अध्यक्ष की अगुवाई में यह पूरा खेल खेला जा रहा था। दरअसल, रवासन नदी से करीब एक पट्टा भी मौजूदा समय में चल रहा था, जिसकी अनुमति रीवर ट्रेनिंग यानि नदी की धारा परिवर्तित के नाम पर की गई है। इस पट्टे में कई कई फुट तक खनिज सामग्री निकालने की बात सामने आई है और इस पट्टे से सटी रवासन नदी एवं वन विभाग की भी कई बीघा भूमि इस पट्टे की आड़ में खोद दी गई।
बताते है कि इससे पूर्व में भी इसी कार्य के नाम पर पट्टा आवंटित हुआ था, जिसका पट्टा स्वामी आज भी जिला प्रशासन की लिस्ट में ब्लेकलिस्टेड है। अब भाजपा के ही नेता ने उस पट्टे से सटी दूसरी भूमि को आवंटित करा लिया और उसकी आड़ में पूरा खेल खेलता रहा। चर्चा हैकि पिछले कई दिन से रोजाना भारी संख्या में वाहन यहां से निकल रहे है, ऐसे में कितने करोड़ का अवैध खनिज यहां से निकालकर बाजार में बेचा गया है इसका हिसाब लगाया जा सकता है। बड़ी बात यह है कि नादान बने रहे जिला प्रशासन को इसकी याद मंगलवार को आई। साहब बहादुर दौड़ते हुए मौके पर पहुंचे जरुर थे लेकिन मौके पर कुछ मिलने का सवाल उठता नहीं है। क्योंकि सत्तारुढ दल का नेता अवैध खनन का खेल खेल रहा था, जिसे एक मंत्री का आर्शीवाद पूरी तरह से प्राप्त है। देखना दिलचस्प होगा कि सबकुछ जानते—बूझते हुए भी जिला प्रशासन अब इस पूरे मामले में क्या कार्रवाई करता है।

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स्थानीय लोगों ने पूछे सवाल
वहीं स्थानीय लोगों का आरोप है कि बाहर से लोग आकर यहां अवैध खनन कर रहे हैं और स्थानीय लोगों को इससे कोई लाभ नहीं हेा रहा है। उन्होंने कहा कि इस मामले में मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद को गंभीरता से लेना चाहिए था लेकिन अभी तक इसमें कुछ नहीं हुआ है। वहीं दूसरी ओर स्थानीय लोगों की नाराजगी आने वाले चुनाव में स्वामी यतीश्वरानंद के लिए मुसीबत का सबब बन सकती है।वहीं इससे पहले कांग्रेस ने भी प्रेस वार्ता कर स्वामी यतीश्वरानंद पर हल्ला बोला था और कार्रवाई ना करने पर प्रशासन को आडे हाथों लिया था।

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क्या बोले स्वामी यतीश्वरानंद
स्वामी यतीश्वरानंद की ओर से बताया कि अवैध खनन की सूचना पर कार्रवाई की गई है और अवैध खनन की नपाई भी करा दी गई है। थर्ड पार्टी से जांच कर कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा​ कि मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद के नाम को बदनाम किया जा रहा था। सरकार अवैध खनन के लिखाफ सख्त एक्शन ले रही है।

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