हरिद्वार रुडकी विकास प्राधिकरण के नाम पर शहर में वसूली, वायरल वीडियो के बाद टूटी नींद, देखें वीडियो

हरिद्वार रुडकी विकास प्राधिकरण के नाम पर शहर में वसूली, वायरल वीडियो के बाद टूटी नींद, देखें वीडियो

हरिद्वार रुडकी विकास प्राधिकरण

रतनमणी डोभाल।
हरिद्वार रुडकी विकास प्राधिकरण के नाम पर शहर में वसूली की जा रही थी। ये खेल लंबे समय से चल रहा था। वहीं एक वीडियो वायरल होने के बाद प्राधिकरण के अफसरों की नींद टूटी जिसके बाद प्राधिकरण ने प्रेस नोट जारी कर ऐसे वसूलीबाज पत्रकारों, दलालों से बचने की नसीहत दी है। लेकिन बडा सवाल ये है कि प्राधिकरण के वो कौन इंजीनियर और अफसर हैं जो दलाल पत्रकारों और बिचौलियों को बढावा दे रहे हैं। इनकी जांच कर कब कार्रवाई की जाएगी।

अवैध निर्माण की अनुमति और फिर वसूली
हरिद्वार रुडकी विकास प्राधिकरण नियोजित विकास और अवैध निर्माण को रोकने के लिए उत्तरदायी है। लेकिन विभाग अपनी इसी जिम्मेदारी में विफल रहा है। हरिद्वार में बडे पैमाने पर अवैध​ निर्माण हुआ और अभी भी जारी है। कहीं कागजों में नक्शा पास करा लेते हैं तो जमीन पर कुछ बना होता है तो कहीं बिना नियमों के ही निर्माण करा दिया जाता है। विभाग खामोशी बरतता है तो विभाग के चेहते पत्रकारों और दलालों को वसूली का मौका मिल जाता है। इस तरह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो विभाग की किरकिरी हुई। जिसके बाद विभाग ने अपना बयान जारी किया है।

क्या बोला प्राधिकरण
हरिद्वार रुडकी विकास प्राधिकरण के सचिव उत्तम सिंह चौहान ने बताया कि ऐसा संज्ञान में आया है कि हरिद्वार विकास क्षेत्र में आम जन मानस द्वारा किये जा रहे अपने निर्माण कार्यों पर अन्य व्यक्तियों द्वारा प्राधिकरण के कर्मचारी होने का हवाला देते हुए निर्माण एवं विकास कार्य की जांच किये जाने हेतु कहा जाता है।

इस सम्बन्ध में सर्व साधारण को सूचित किया जाता है कि यदि कोई व्यक्ति प्राधिकरण का हवाला देते हुए उनके द्वारा किये जा रहे निर्माण कार्य क्षेत्र में प्रवेश करने के लिए आग्रह करता है तो उस व्यक्ति का पहचान पत्र देखने के उपरान्त यह सुनिश्चित होने पर कि वह प्राधिकरण का अधिकारी / कर्मचारी है, उसे प्रवेश करने की अनुमति दी जाए। प्राधिकरण के अधिकारी / कर्मचारियों के पास उनके पहचान पत्र उपलब्ध रहेंगें।

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