हरिद्वार कोरीडोर को लेकर प्रशासन ने सर्वे करना शुरु कर दिया है। हालांकि स्थानीय व्यापारी इसका विरोध कर रहे हैं लेकिन प्रशासन इसे अमलीजामा पहनाने में लगा है। वहीं प्रोजेक्ट के अनुसार घाटों का विस्तार से लेकर सौंदर्यीकरण किया जाएगा। इसमें मोतीचूर से लेकर कनखल तक रिवर फ्रंट भी शामिल हैं। लेकिन सबसे ज्यादा बदलाव सुभाष घाट पर होगा। क्योंकि सुभाष घाट हरकी पैडी का सबसे व्यवस्तम घाट हैं और यहां विस्तार की अपार संभावनाएं भी हैं।
घाटों पर क्या क्या होंगे बड़े बदलाव
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार गंगा घाटों पर बड़े बदलाव की तैयारी है। हरिद्वार में हरकी पैडी क्षेत्र के विस्तार से लेकर घाटों पर पैदल चलने के लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी। ताकि यहां यात्रियों को दिक्कतों का सामना ना करना पड़ें। इसके अलावा आस्था पथ का विस्तार किया जाएगा। सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण मोचीचूर से लेकर कनखल तक गंगा किनारे रिवर फ्रंट बनाया जाएगा। जिससे हरिद्वार में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। हरिद्वार कोरीडोर
इसके अलावा सुभाष घाट पर भी सौंदर्यीकरण और विस्तारीकरण का कार्य किया जाएगा। प्रोजेक्ट के अनुसार सुभाष घाट को विशेष तौर पर अलग से रखा गया है। इसके लिए अलग से व्यवस्था की गई है। वहीं घाटों पर पहुंच मार्ग को आसान किया जाएगा। सुभाष घाट का फ्रंट एरिया ज्यादा होने और हरकी पैडी से नजदीकी होने के कारण सुभाष घाट का चयन किया गया है। यही नहीं सुभाष घाट की ओर से आने वाले यात्रियों की संख्या भी ज्यादा होती है।
हरिद्वार कोरीडोर
व्यापारियों का विरोध कल होगी बैठक
वहीं प्रोजेक्ट को लेकर होने वाले सर्वे में मंगलवार को व्यापारियों को सर्वे करने वाली टीम के बीच बैठक होगी। कुछ दिन पहले व्यापारियों ने सर्वे करने वाली टीम को सर्वे करने से रोक दिया था। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया था और बीच का रास्ता निकालने का प्रयास किया गया था। इसी के तहत दोनों पक्षों में आम सहमति बनाने का प्रयास किया जाएगा।