चंद्रशेखर जोशी।
हरिद्वार की बेशकीमती संपत्ति गुरुकुल महाविद्यालय पर कब्जे को लेकर भाजपा विधायक स्वामी यतीश्वरानंद और भाजपा के ही शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक गुट में गुरुवार को जबदरस्त विवाद हो गया। पुलिस की मौजूदगी में विधायक समर्थकों ने शहरी विकास समर्थकों की कुटाई कर दी। यही नहीं पुलिस के साथ ही संपत्ति पर कब्जा करने को लेकर विधायक समर्थकों की धक्कामक्का हुई। बाद में विधायक यतीश्वरानंद अपने समर्थकों के साथ भूख हडताल पर भी बैठ गए। इस दौरान विधायक यतीश्वरानंद ने शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक पर गुरुकुल महाविद्यालय की संपत्ति खुर्द बुर्द करने और छात्रवृत्ति घोटाले के आरोपियों को शह देने और धार्मिक संपत्तियों को कब्जे कराने का आरोप लगा दिया। वहीं शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक गुट की ओर ने इन सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया और विधायक यतीश्वरानंद को सोच समझकर बयानबाजी करने की नसीहत दी।
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क्या है विवाद
असल में गुरुकुल महाविद्यालय की समिति पर कब्जे को लेकर हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा से भाजपा विधायक स्वामी यतीश्वरानंद और शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक के बीच लंबा विवाद चला आ रहा है। पूर्व में विवाद के चलते दोनों पक्ष कोर्ट भी चले गए थे। इसी बीच स्वामी यतीश्वरानंद का आरोप है कि वो दिल्ली में भाजपा के लिए चुनाव प्रचार कर रहे थे, जबकि शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक शह पर उनके समर्थकों ने गुरुकुल महाविद्यालय पर कब्जा कर लिया और कमरों में घुस गए। इसके बाद स्वामी यतीश्वरांनद के समर्थक भी भारी संख्या में गुरुकुल पहुंच गए और पुलिस की मौजूदगी में ही हंगामा शुरू हो गया।
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छात्र नेता विक्रम भुल्लर ने की मंत्री समर्थक की पिटाई
इसी दौरान गुरुकुल कांगडी विवि के छात्र संघ अध्यक्ष विक्रम भुल्लर जो कि स्वामी यतीश्वरानंद के समर्थक भी हैं ने कथित तौर पर एक व्यक्ति की पुलिस की मौजूदगी में पिटाई कर दी। बाद में पुलिस ने किसी तरह समर्थक को बचाया। वहीं विधायक समर्थकों की कमरों में घुसने को लेकर पुलिस से भी धक्का मुक्की हुई।
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मंत्री गुट पर भारी रहे विधायक समर्थक
हालांकि दिन भर चले हंगामे के बाद पुलिस किसी तरह दोनों पक्षों के बीच समझौता कराने में कामयाब रही। बताया जा रहा है कि दोनों पक्षों में कुछ बिंदुओं पर सहमति के बाद माहौल शांत हुआ। हालांकि अभी भी तनाव की स्थिति बनी हुई है। इसलिए मौके पर पुलिस मौजूद है। उधर, विधायक गुट के हंगामे के कारण मदन समर्थकों को बैकफुट पर आना पडा है।