विकास कुमार।
भारत में कंपनी बीएचईएल के कर्मचारियों ने पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारी और कर्मचारियों को मनमाफिक प्राइम लोकेशन के क्वार्टर प्राथमिकता के साथ आवंटित किए जाने को लेकर विरोध जताया है। कर्मचारियों का आरोप है कि जिस तरह भेल प्रबंधन अपने ही कर्मचारियों को दरकिनार कर पुलिस और प्रशासन के दबाव में आवासों का आवंटन कर रहा है इससे रेल के तमाम कर्मचारियों और अधिकारियों में भारी रोष पनप रहा है। भेल कर्मचारियों ने इसके अलावा सफाई व्यवस्था व अन्य मूलभूत सुविधाओं को लेकर नगर प्रशासक का घेराव किया और बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दी।
हैवी इलैक्ट्रिकल्स वर्कर्स ट्रेड यूनियन के महामंत्री विकास सिंह ने कहा कि वर्ष 1963 से भेल हरिद्वार में निरंतर उत्पादन हो रहा है और भेल के इतिहास में कभी भी उपनगरी में सफाई व्यवस्था का इतना बुरा हाल नहीं था कि महीनों महीनों कूड़ा नहीं उठाये जाने, क्वार्टरों का मेंटीनेंस नहीं हो रहा है, सीवर लाइन की चोक होने की समस्याओं का निदान महीनों महीनों तक नहीं हो रहा है, बरसात में क्वार्टरों की छत का लीकेज का कोई भी समाधान नहीं किया जा रहा है, टाउनशिप में चोरियों को रोकने में भेल प्रबन्धन पूर्णतया असक्षम है, उपनगरी में जहाँ मजदूर निवास करते है वहाँ की सड़कों का बहुत ही बुरा हाल है और भेल प्रबन्धन इन ज्वलंत समस्याओं के प्रति गम्भीर नहीं है। यदि भेल प्रबन्धन व नगर प्रशासक ने 15 दिन के अंदर उक्त ज्वलंत समस्याओं का समाधान नहीं किया तो हम सभी यूनियंस टाउनशिप में रहने वाले कर्मचारियों के क्वार्टरों का समस्त कूड़ा नगर प्रशासक कार्यालय में डलवा देगें और अपना विरोध प्रकट करेगें।हेवी इलेक्ट्रिकल वर्क ट्रेड यूनियन के उपाध्यक्ष रवि कश्यप ने कहा कि यदि प्रशासन क्वार्टर की मेंटेनेंस इत्यादि कराने में सक्षम नहीं है तो कर्मचारियों के एचआरए कटौती बंद की करे।
जिससे कर्मचारी अपने क्वाटरो के मेंटेनेंस स्वंय करा सके और इसके साथ जो भी अधिकारी एवं सुपरवाइजर इस विभाग में कार्यरत हैं। उन्हें प्लांट के अंदर प्रोडक्शन में यूज़ किया जाए। क्योंकि संपदा विभाग में रहकर कुछ नहीं कर रहे हैं। तथा करोड़ों रुपए का सरकारी खर्च बढ़ा रहे हैं।सी.एफ.एफ.पी. श्रमिक यूनियन के महामंत्री अमित गोगना ने कहा कि भेल की प्रमुख लोकेशनों पर भूतल पर स्थित क्वार्टरों को भेल कर्मचारियों को आवंटित ना करके सीधे तौर पर पुलिस एवं प्रशासन के कर्मचारियों को आवंटित किये जा रहे है। जिसके कारण से भेल के कर्मचारियों को काफी असुविधा हो रही है। सी. एफ.एफ. डब्ल्यू.यू., सी. एफ. एफ. पी. के महामंत्री जय शंकर ने कहा कि टाउनशिप में किरायेदारी में चल रही दुकानों को तुरंत खाली कराया जाये तथा जो दुकानें टाउनशिप में खाली पड़ी हुई है, उन सभी दुकानों को मृतक कर्मचारियों के आश्रितों को शीघ्र आवंटित किया जाये, जिससे वह अपने परिवार की अजीविका भली-भाँति चला सकें।
बैठक में रवि कश्यप, बी. जी. शुक्ला, अशोक सिंह, बलवीर सिंह रावत, राकेश मालवीय, अरविन्द मावी, कामता प्रसाद, प्रहलाद सिंह चौहान, सत्येन्द्र प्रताप सिंह, कमलेश राय, नवीन कुमार, हरीश साहू, संदीप जोशी, दिवस श्रीवास्तव, वीरेन्द्र सिंह भदौरिया, इश्तिखार, ऋषि पाल विजय यादव, भवानी प्रसाद, धर्मेश गुप्ता, अमित पाण्डे,ओम् प्रकाश मीणा,आदेश कुमार,विकास परिडा,अजय कुमार, राजवीर जी, अजीत पाल सोहेल, अमरजीत सिंह, चंदन देव, कन्हैया लाल, हरद्वारी लाल यादव, जय प्रकाश राय, बाबू लाल, पूरण सिंह रावत, अनिल यादव, चन्द्रभान, सचिन ,दीपक रॉय, पी के वसिष्ठ जी ;बी एन यादव मोहित नवीन गिरी ,विजय सुरेन्द्र रावत, शैलेश कुमार ,ज्ञानप्रकाश दीपक मोर आदि सहित भेल के सैकड़ों कर्मचारी उपस्थित थे।