Bobby Panwar Tehri Loksabha Bobby Panwar: सूबे का कोई भी नेता बॉबी पंवार जैसा माहौल क्यों नहीं बना पा रहा, क्या कहते हैं वरिष्ठ पत्रकार

Bobby Panwar: सूबे का कोई भी नेता बॉबी पंवार जैसा माहौल क्यों नहीं बना पा रहा, क्या कहते हैं वरिष्ठ पत्रकार


Bobby Panwar Tehri Loksabha

Bobby Panwar उत्तराखण्ड लोकसभा चुनाव में पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, पूर्व सीएम हरीश रावत अपने पुत्र विरेंद्र रावत के साथ, भाजपा के दिग्गज अनिल बलूनी, मंत्री अजय भट्ट से लेकर निर्दलीय उमेश कुमार चुनाव मैदान में प्रचार हैं। लेकिन इन सबसे ज्यादा चर्चा टिहरी लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी बॉबी पंवार की हो रही है।

बॉबी पंवार को जिस तरह से युवाओं का समर्थन मिल रहा है, उसने सबकी नींद उडा कर रख दी है। आखिर, बॉबी पंवार के इस भौंकाल के पीछे क्या कारण है और किन मुद्दों को लेकर उन्होंने ये माहौल बनाया है। इस बारे में वरिष्ठ पत्रकारों से बात की।

बेरोजगारी और भर्ती परीक्षा धांधली की सीबीआई जांच को उठाया
वरिष्ठ पत्रकार अवनीश प्रेमी ने बताया कि बॉबी पंवार ने सच में सबको चौंका दिया है। बडे बडे चुनावी पंडित टिहरी लोकसभा सीट पर अपना आंकलन लगाने में बॉबी पंवार के कारण ही जुटे हुए हैं। बॉबी पंवार बेरोजगार संगठन के प्रमुख हैं उन्होंने बेरोजगारी की समस्या को प्रमुखता से उठाया है। जो जमीन पर एक बडा मुद्दा है। यही नहीं बेरोजगारी के साथ—साथ भर्ती परीक्षा धांधली में किए गए उनके आंदोलन का लाभ भी ​उन्हें मिल रहा है।

Bobby Panwar

Bobby Panwar Tehri Loksabha Bobby Panwar: सूबे का कोई भी नेता बॉबी पंवार जैसा माहौल क्यों नहीं बना पा रहा, क्या कहते हैं वरिष्ठ पत्रकार
Bobby Panwar Tehri Loksabha Bobby Panwar: सूबे का कोई भी नेता बॉबी पंवार जैसा माहौल क्यों नहीं बना पा रहा, क्या कहते हैं वरिष्ठ पत्रकार


कहीं ना कहीं बॉबी पंवार को उनके खिलाफ किए गए मुकदमों को लेकर भी युवाओं में खासा गुस्सा है जो अब जन समर्थन के तौर पर देखने को मिल रहा है। बॉबी पंवार अभी भी भर्ती घोटाले की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं जो युवाओं में खासा लोकप्रिय हो रहा है।

अग्निवीर, ओपीएस और अंकिता भंडारी मुद्दा भी कारण है
वरिष्ठ पत्रकार रतनमणी डोभाल बताते हैं कि पहाड की जनता हमेशा से जनमुद्दों पर मुखर रही है। बॉबी पंवार ने पहाड की जनता के इस मिजाज को समझा है और उन्होंने बहुत ही बेसिक मुद्दों को उठाया है। इसमें ​अग्निवीर योजना, ओल्ड पेंशन स्कीम की समस्या है। टिहरी में एक तरह राजशाही है और दूसरी तरह उसे चुनौती देने वाला बॉबी पंवार है। ऐसे में बॉबी पंवार एक हीरो के तौर पर उभरे हैं।


वहीं अंकिता भंडारी मामले को लेकर भी पहाड के लोगों में खासा गुस्सा बना हुआ है। ऐसे में लोगों का जो गुस्सा है उसको भुनाने में बॉबी पंवार कामयाब हो रहे हैं। हालांकि ये जनसमर्थन वोटों में कितना तब्दील होता है और आने वाले समय में ​क्या बॉबी पंवार ये लहर बनाए रखने में कामयाब रह पाते हैं ये नहीं इसका भी आंकलन करना जरुरी होगा। फिलहाल ये तो तय है कि बॉबी पंवार उत्तराखण्ड में सबसे ज्यादा चर्चा का विषय बन गए हैं।

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