अतीक साबरी:-
हरिद्वार:-जनपद में सिलसिलेवार हो रही दोपहिया वाहन चोरियों से परेशान आम जनता को राहत देते हुए, हरिद्वार के एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल की टीम ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। कोतवाली रानीपुर क्षेत्र में लगातार हो रही वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए चलाए गए ‘ऑपरेशन रानीपुर’ के तहत, पुलिस ने एक ऐसे अंतर्राष्ट्रीय दोपहिया वाहन चोर गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो ‘मास्टर-की’ का इस्तेमाल कर गाड़ियां चुराता था और उन्हें मुरादाबाद के रास्ते पड़ोसी देश नेपाल के बाजारों में महंगे दामों पर बेचकर मोटा मुनाफा कमाता था।पुलिस टीम ने दो शातिर चोरों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से रानीपुर, ज्वालापुर और सिडकुल क्षेत्रों से चुराई गई कुल 10 मोटर साइकिलें और स्कूटी बरामद की हैं।

चोरियों का सिलसिला और एसएसपी की सख्ती
बीते कुछ दिनों में कोतवाली रानीपुर में दोपहिया वाहन चोरी के कई मामले दर्ज हुए, जिसने पुलिस की नींद उड़ा दी थी।केस 01: शिवालिक नगर से प्रिंस चौहान की पल्सर चोरी (मु0अ0सं0 459/25, दि. 18.11.2025)।केस 02: बैरियर नं. 6 के पास से अजय सिंह अधिकारी की पल्सर चोरी (मु0अ0सं0 462/25, दि. 20.11.2025)।केस 03: सेक्टर-4 पीठ बाजार से मुबारिक अली की स्प्लेंडर+ चोरी (मु0अ0सं0 465/25, दि. 21.11.2025)।इन वारदातों की जानकारी मिलते ही एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की और तत्काल इन पर लगाम कसने के निर्देश दिए। उन्होंने न केवल एक विशेष टीम गठित की, बल्कि सीआईयू हरिद्वार को टेक्निकल सपोर्ट और फैक्टर लीड देने की जिम्मेदारी भी सौंपी, जिसने इस खुलासे में अहम भूमिका निभाई।
मास्टर-की का इस्तेमाल, नेपाल में बाजार
गठित संयुक्त टीम ने तत्काल सभी घटनास्थलों का मुआयना किया और तकनीकी व मानवीय इनपुट के आधार पर संदिग्ध गतिविधियों का ग्राफ तैयार किया। सीआईयू के सहयोग से जनपद और बाहरी जिलों में भी दबिशें दी गईं।23 नवंबर 2025 को पुलिस टीम को बड़ी कामयाबी मिली। गोपनीय सूचना पर न्यू शिवालिक नगर टिहरी विस्थापित रपटे के पास चेकिंग के दौरान सुमित चौहान (32 वर्ष, निवासी गाजियाबाद, उ.प्र.) और अजीजुर्रहमान उर्फ रहमान मलिक (48 वर्ष, निवासी रामपुर, उ.प्र.) को दबोच लिया गया।
पूछताछ में आरोपियों ने चौंकाने वाला खुलासा किया:
मास्टर-की का खेल: आरोपी ‘मास्टर-की’ की मदद से चुटकियों में किसी भी दोपहिया वाहन को चुरा लेते थे।अंतर्राष्ट्रीय तस्करी: चोरी की गाड़ियों को मुरादाबाद के रास्ते खटीमा होते हुए जंगल के मार्गों से पड़ोसी देश नेपाल तक पहुंचाया जाता था।
उच्च प्रॉफिट रेशियो: नेपाल में इन गाड़ियों के लिए एक संगठित बाजार था, जहां इन्हें ऊंचे दामों पर बेचा जाता था, जिससे गिरोह को भारी मुनाफा होता था।
आपराधिक इतिहास: आरोपी सुमित चौहान पूर्व में भी चोरी के मामलों में जेल जा चुका है।गिरफ्तारी के समय, बरामद की गई दोनों पल्सर मोटरसाइकिलें भी नेपाल ले जाई जा रही थीं।
खण्डहर से मिली 08 और गाड़ियां
आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस टीम ने ज्वालापुर में नहर पटरी स्थित एक खण्डहर पड़े भवन में छापा मारा। वहां से 08 अन्य चोरी की मोटर साइकिलें/स्कूटी बरामद की गईं, जिनमें रानीपुर, ज्वालापुर और सिडकुल थाना क्षेत्र की गाड़ियां शामिल हैं।गिरोह ने रानीपुर क्षेत्र से चोरी की गई दो बुलेट मोटरसाइकिलों को नेपाल बॉर्डर पर छिपाकर रखने की बात भी स्वीकार की है।
इन बुलेटों को बरामद करने के लिए तत्काल एक विशेष टीम को बताए गए स्थान पर रवाना कर दिया गया है।पकड़े गए आरोपित विवरणसुमित चौहान पुत्र देवेन्द्र (32 वर्ष), निवासी ग्राम-अतरौली, थाना भोजपुर, गाजियाबाद (उ0प्र0)अजीजुर्रहमान उर्फ रहमान मलिक पुत्र अब्दुल वाहिद (48 वर्ष), निवासी नालापार मोरीगेट, थाना शहर कोतवाली, रामपुर (उ0प्र0)बरामदगी (कुल 10 वाहन) पंजीकरण संख्या संबंधित केसमो0सा0 पल्सर UK 08 BF 8427 मु0अ0सं0 459/25 (रानीपुर)मो0सा0 पल्सर UK 04 P 7653 मु0अ0सं0 462/25 (रानीपुर)मो0सा0 स्प्लेंडर+ UK17J 0197 मु0अ0सं0 465/25 (रानीपुर)स्कूटी एक्टिवा UK08AP6368 मु0अ0सं0 464/25 (ज्वालापुर)मो0सा0 एचएफ डीलक्स UK08AB 9437 मु0अ0सं0 590/25 (सिडकुल)अन्य 05 वाहन (माएस्ट्रो, स्प्लेंडर, सुपर स्प्लेंडर, TVS XL-100) धारा
सफलता के हीरो –
पुलिस टीमएसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने इस शानदार खुलासे के लिए संयुक्त पुलिस टीम को बधाई दी है।कोतवाली रानीपुर टीम: प्रभारी निरीक्षक शान्ति कुमार, व0उ0नि0 नितिन चौहान, उ0नि0 विकास रावत, अ0उ0नि0 सुबोध घिल्डियाल, हे0का0 गोपीचन्द, का0 गम्भीर तोमर, का0 अर्जुन रावत, का0 दीप गौड, का0 अजय, का0 विवेक गुसांई, कानि0 सुमन डोबाल।सी0आई0यू0 टीम: निरीक्षक नरेन्द्र सिंह बिष्ट (प्रभारी), का0 वसीम, का0 हरवीर सिंह, का0 नरेन्द्र।
यह खुलासा हरिद्वार पुलिस की सक्रियता और तकनीकी दक्षता को दर्शाता है, जिसने एक अंतरराज्यीय और अंतर्राष्ट्रीय गिरोह को बेनकाब किया है। अब देखना यह है कि नेपाल सीमा पर छिपाकर रखी गई दोनों बुलेट मोटरसाइकिलों की बरामदगी कब तक हो पाती है।



